रूनी ने इसी साल जुलाई में 13 साल मैनचेस्टर युनाइटेड में बिताने के बाद क्लब को अलविदा कह दिया था। इसके बाद रूनी ने अपने पुराने क्लब एवर्टन के साथ करार किया।
छत्तीसगढ़ी मातृभाषा की लड़ाई अब देश की राजधानी दिल्ली तक पहुंच गई है। छत्तीसगढ़िया महिला क्रांति सेना और छत्तीसगढ़ी राजभाषा मंच के सयुंक्त तत्वावधान में बुधवार को बड़ी संख्या में लोग सत्याग्रह के लिए एकजुट हुए।