ईरान की संसद और दक्षिणी तेहरान में खुमैनी के मकबरे पर हुए दो अलग-अलग हमलों में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि घायलों की संख्होया बढ़कर 42 हो गई है। मरने वालों में एक महिला आत्मघाती हमलावर भी शामिल है। इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस ने ली है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में आईएसआईएस के समर्थन में नारे लिखे जाने की घटना सामने आई है। डीयू के स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की दीवारों पर ये नारे लिखे गए हैं। शिक्षकों और छात्र संगठनों ने इस मामले की जांच की मांग की है।
अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपना सबसे बड़ा गैर-परमाणु बम गिराया है। गुरुवार शाम करीब सात बजे हुए इस हमले में ISIS से जुड़े आतंकियों और बंकरों को निशाना बनाया गया है। ‘मदर ऑफ आल बॉम’ कहे जाने वाले इस धमाके में 18 लोगों के मरने की खबर है, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
पैट्रिक कॉकबर्न ने अपनी नई किताब आईएसआईएस का आतंक में जिहाद के नए साम्राज्य सीरिया और इराकी विद्रोहों की भूमिका की विवेचना की है। इंडिपेंडेंट की रिपोर्टिंग करते हुए कॉकबर्न ने अपनी अलग प्रतिष्ठा बनाई। वह विवेकपूर्ण और गंभीर पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं, जो किसी स्थान विशेष पर बिताए गए समय से उपजी है। पुस्तक लेखक के गहन विचारों और शोध को भी दर्शाती है। मध्यपूर्व में फैल रहे आतंकवादी गतिविधियों को लेकर प्रकाशित हुई कई किताबों में यह किताब सबसे अधिक स्वागत योग्य है।
संसद के बजट सत्र के दूसरे हिस्से में विभिन्न मसलों पर पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस जारी है। संसद के इस सत्र के काफी हंगामेदार होने की उम्मीद है। विपक्ष जहां नोटबंदी से लेकर बजट के अन्य प्रस्तावों पर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं वहीं सरकार कई विधेयकों को लेकर आगे बढ़ने की रणनीति पर काम करेगी।
आईएसआईएस का जाल अब गुजरात तक फैलता जा रहा है। गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते यानी एटीएस ने राजकोट और भावनगर से दो ऐसे युवकों को गिरफ्तार किया है, जो आईएस की आंतकी विचारधारा से पूरी तरह प्रभावित होकर अपने हैंडलर्स के कहने पर गुजरात में बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार हो चुके थे। यह दोनों सगे भाई हैं।