राजस्थान के भीलवाड़ा में एक भीषण सड़क हादसा हुआ। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई है जबकि 40 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कड़ी सुरक्षा के बीच भगवान जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा का आयोजन ओडि़शा के पवित्र शहर पुरी में बुधवार को पूरे उल्लास और धार्मिक रस्मो रिवाज के साथ किया गया। देश और विदेश के लाखों श्रद्धालु इस शहर में नौ दिनों तक चलने वाली भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की रथयात्रा देखने के लिए उमड़ पड़े।
भारत के प्रमुख चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा है कि यदि सभी राजनीतिक दलों में आम सहमति बने और इस संदर्भ में संवैधानिक संशोधन हों तो भारतीय चुनाव आयोग आम चुनाव और राज्य विधानसभा के चुनावों को एक साथ करवाने के लिए तैयार है।
भारतीय टीम के नवनियुक्त मुख्य कोच अनिल कुंबले का कहना है कि वह कप्तान विराट कोहली की मैदान पर आक्रामकता को नियंत्रित करने वाले आखिरी व्यक्ति होंगे लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत के दूत होने के नाते खिलाडि़यों को इस बात से भी वाकिफ होना चाहिए कि इसमें एक महीन रेखा होती है जिसका सम्मान किया जाना चाहिए।
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश, बादल फटने और बाढ़ से अब तक 29 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। वहीं मरने वालों की तादाद और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। पिथौरागढ़ से ही 11 लोगों के मरने की ख़बर है, जिनमें 3 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
राजस्थान के जयपुर में एक निर्दलीय विधायक के बेटे ने बीएमडब्लू कार से तीन लोगों को कुचल डाला। जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार शराब के नशे में विधायक पुत्र ने एक ऑटो को जोरदार टक्कर मारकर इस वारदात को अंजाम दिया। इस हादसे में तीन पुलिसकर्मियों समेत चार लोग भी घायल हो गए।
भारत ने इस्राइल के साथ संयुक्त रूप से विकसित की गई सतह से हवा में मार करने वाली एक नई मिसाइल का गुरुवार को सफलतापूर्वक प्रायोगिक परीक्षण किया। यह परीक्षण ओडिशा के तट के पास स्थित रक्षा ठिकाने से किया गया। डीआरडीओ के एक अधिकारी ने कहा कि मध्यम दूरी की मिसाइल :एमआर-एसएएम: भारत और इस्राइल के साझा उपक्रम का एक उत्पाद है। इसे चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से सुबह लगभग आठ बजकर 15 मिनट पर एक मोबाइल लाॅन्चर की मदद से दागा गया। उन्होंने कहा, यह प्रायोगिक परीक्षण सफल रहा और इसने सभी लक्ष्य पूरे कर लिए।
दुनिया में भले ही हर तरफ विकास की बात कही जा रही है लेकिन नवजात बच्चों की दुर्दशा पर कुछ खास ध्यान नहीं दिया जा रहा है। या यूं कहें कि विश्व का मानव समाज इस मसले पर मौन होकर अपनी हार स्वीकार करता जा रहा है। मानव समुदाय एक तरह से नवजात श्िाशुओं की हिफाजत नहीं कर पा रहा है। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) की ताजा रिपेार्ट में कहा गया है कि दुनिया में विभिन्न तरह के संक्रमण की वजह से पैदा होने के साथ ही दस लाख बच्चों ने दम तोड़ दिया।