मध्य प्रदेश के मंदसौर में सियासत एक बार फिर उबाल पर है। गुरुवार को कई किसान संगठनों ने पुलिस फायरिंग में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम रखा है। इस दौरान किसानों के मुद्दे पर योगेंद्र यादव सहित कई किसान नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं को मंदसौर में गिरफ्तार कर लिया गया है। वे अखिल भारतीय किसान संघर्ष-समन्वय समिति के बैनर तले 6 राज्यों में 12 दिनों की किसान मुक्ति यात्रा निकालने जा रहे थे जिसकी शुरुआत मंदसौर से हो रही थी।
पीएम मोदी जिस समय अहमदाबा में गोरक्षा के नाम पर हत्या को अस्वीकार्य बता रहे थे, करीब उसी वक्त झारखंड में हिंसक भीड़ ने कथित रूप से प्रतिबंधित मांस ले जाने के नाम पर एक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डाला।
झारखंड के गिरीडीह जिले में एक मुस्लिम के घर के बाहर मृत गाय मिलने पर बौखलाए गांव वालों ने उस शख्स की खूब पिटाई की। सिर्फ इतना ही नहीं गांव वालों में इतना गुस्सा था कि उन्होंने उस मुस्लिम शख्स के घर को भी जला दिया।
चुनावी वादे करना बड़ा आसान है लेकिन उन्हें पूरा करना बहुत कठिन। भारतीय जनता पार्टी की सरकार से अब चमत्कार की उम्मीद की जा रही है। ऐसा खुद झारखंड में उनकी सरकार के मंत्री कह रहे हैं।
महाराष्ट्र और मध्य-प्रदेश में किसानों की आत्महत्या और आंदोलन ने देश भर को हिला कर रख दिया है। इस बीच झारखंड में भी एक किसान ने आत्महत्या ली है। जानकारी के मुताबिक कर्ज से परेशान होकर किसान ने मौत को गले लगाया।
नक्सलियों ने 29 मई को झारखंड में बंद का आह्वान किया है। इस दौरान नक्सलियों ने हजारीबाग स्टेशन के पास पटरी को उड़ा दिया। एक बोलेरो गाड़ी को भी नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया।
झारखंड के जमशेदपुर इलाके में बच्चा चोरी करने के संदेह पर कुछ ग्रामीणों ने सात लोगों को पीट-पीटकर मार डाला। भीड़ के गुस्से का आलम यह था कि पिटते हुए लोगों को बचाने पहुंचे पुलिसकर्मियों पर भी ग्रामीणों ने हमला किया। चार लोगों को राजनगर में और तीन युवकों को बागबेड़ा थाना के नागाडीह में रात 9 बजे लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला।