जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने संकेत दिया है कि अलगाववादी नेता मसर्रत आलम के मामले में कानून अपना काम करेगा और जो भी जरूरी होगा, उसी अनुसार मसर्रत के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पाकिस्तान उच्चायोग अब्दुल बासित द्वारा आयोजित रात्रिभोज में कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को न्योता देने से खफा केंद्र सरकार के सभी मंत्रियों ने इस न्योते का बहिष्कार किया है। लेकिन विश्वस्त सूत्रों की मानें तो इसमें विदेश राज्यमंत्री जनरल वी. के. सिंह शामिल हो सकते हैं।