नब्बे के दशक के बच्चों के मन में रुडयार्ड किपलिंग की द जंगलबुक की यादें चिरस्थायी हैं। निर्देशक जॉन फेवरियू ने इस चिरकालिक स्मृति को भव्य तरीके से फिल्म के रूप में पेश किया है।
टीवी अभिनेत्री प्रत्यूषा बनर्जी के आत्महत्या मामले में एक नया मोड़ आ गया है। टीवी निर्माता और प्रत्यूषा के होने वाले पति राहुल राज सिंह के वकील ने भी उनका साथ छोड़ दिया है। राहुल राज सिंह पर अपनी प्रेमिका और अभिनेत्री प्रत्यूषा बनर्जी को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने एक बार फिर मुंबई में उपद्रव करने का इरादा जताया है। अपने मराठी एजेंडे पर आगे बढ़ने की मंशा से उन्होंने मनसे कार्यकर्ताओं से सड़कों पर उतरने और ऑटोरिक्शा जलाने का आह्वान किया है।
सीरियल किसर, किसिंग बॉय जैसे नामों से नवाजे जाने वाले इमरान हाशमी कुछ नया करना चाहते हैं। इमरान अपनी आने वाली फिल्म राज रीलोडेड में चैलेंजिंग किरदार निभाते हुए दिखेंगे।
तो क्या इसे यह समझा जाए कि राज ठाकरे ने शाहरूख खान को परोक्ष रूप से समर्थन दे दिया है। राज ठाकरे ने ‘राज’ यानी शाहरूख खान की आने वाली फिल्म दिलवाले से खुद को अलग कर लिया है।
नए जमाने की कहानियां अब इतने नए जमाने की हो गई हैं कि यह फिल्में सिर्फ एक खास पीढ़ी को ही अच्छी लग सकती हैं। प्यार का पंचनामा का पहला भाग भी ठीक ठाक चल गया था तो इसका सीक्वेल भी अच्छा चल जाने की पूरी उम्मीद है। पूरे देश के विश्वविद्यालय के छात्र भी अगर इस फिल्म को देख लेंगे तो निर्माता के पूरे पैसे वसूल हो जाएंगे।
हरियाणा का पहलवान सुल्तान परदे पर आने से पहले ही चर्चा में आ गया है। सलमान ने ट्वीटर पर जब अपनी नई फिल्म सुल्तान का पहला लुक जारी किया तो उनके चाहने वालों ने कुछ ही देर में उनके ट्वीटर पेज की फिजा बदल दी।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम आईसीसी टीम रैंकिंग में चौथे स्थान पर है जबकि नई बहुप्रारूप रैंकिंग प्रणाली आईसीसी ने लागू कर दी है। नई प्रणाली के तहत टी20, वनडे और टेस्ट मैचों के नतीजे मिलाकर एक रैंकिंग तय की जाएगी।
हरियाणा में पंचायत चुनाव लड़ने के लिए शैक्षणिक योग्यता को अनिवार्य करने वाले हरियाणा सरकार के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने नए प्रावधानों की वैधानिकता को चुनौती देने वाली एक याचिका पर सुनवाई के बाद हरियाणा सरकार से जवाब मांगते हुए यह रोक लगाई है।
क्या हो यदि सार्वजनिक स्थान पर कचरे को निर्धारित जगह यानी डस्टबिन में डाला जाने लगे। कितना अहमकाना सवाल है। जाहिर है सभी जगह साफ-सफाई रहने लगेगी। लेकिन ऐसा कम ही लोग करते हैं। लेकिन यदि सार्वजनिक स्थानों पर डस्टबिन में कचरा फेंकने के एवज में मुफ्त वाईफाई की सुविधा मिलने लगे तो सोच कर देखिए माहौल कैसा हो जाएगा।