मंगलवार को लद्दाख की पानगोंग झील के किनारे चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच झड़प हो गई। आरोप है कि चीनी सैनिक यहां से भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। घटना पानगोंग झील के फिंगर-6 के पास सुबह करीब 7.30 बजे हुई।
लद्दाख की बर्फीली ऊंचाइयों पर नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुस आए चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच गतिरोध अब भी कायम है। बुधवार को पिपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जवान भारतीय क्षेत्र में घुस आए थे और मनरेगा योजना के तहत किए जा रहे सिंचाई नहर के निर्माण कार्य को रोक दिया था।
लद्दाख सेक्टर के बाद चीनी सैनिकों की एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश में सीमा से लगे भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने की खबर है। मिली जानकारी के अनुसार इस महीने की शुरूआत में चीनी सैनिक अरूणाचल प्रदेश के दूरस्थ भारतीय क्षेत्र में 45 किलोमीटर अंदर तक आ गए और इस बात का दावा करने के लिए अस्थायी शिविर का निर्माण किया कि वह भूभाग उनका है। इलाके से मिली रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
सियाचिन ग्लेशियर में भूस्खलन के कारण फंसे सभी दस जवान मृत पाए गए हैं। इस दुखद घटना पर गहरा शोक जताते हुए जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल डी. एस. हुड्डा ने कहा, ‘यह बहुत दुखद घटना है और हम विपरीत परिस्थितियों में अपनी सीमाओं की रक्षा कर रहे अपने बहादुर जवानों को सलाम करते हैं जिन्होंने अपना कर्तव्य निभाते हुए अपने जीवन की आहुति दी है।’ इनमें एक जूनियर कमीशन अधिकारी और सेना के 19 मद्रास बटालियन के नौ जवान शामिल थे।