आगामी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह पर लाल किले की प्राचीर से दिए जाने वाले अपने भाषण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से सुझाव मांगे हैं।
आगरा और मथुरा के दौरे पर आए आरएसएस के अखिल भारतीय गौ सेवा प्रमुख शंकर लाल का मानना है कि गाय के गोबर से मोबाइल का रेडिएशन रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि मोबाइल पर गोबर लगा देने से उसके रेडिशन का प्रभाव नहीं पड़ता है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अब डेढ़ करोड़ रुपए की लैंड क्रूजर में अपना सफर करेंगे। यह आलीशान गाड़ी उनके काफिले में शामिल हो गई है। सीएम के नाम पर अलॉट होने वाली यह गाड़ी बुलेट प्रूफ होगी।
अवनी चतुर्वेदी, भावना और मोहना सिंह ने अपनी बहादुरी और कौशल से नया इतिहास रच दिया है। पहली बार ये तीन जांबाज लड़कियां वायुसेना में फाइटर पायलट के तौर पर शनिवार को शामिल हुईं। ऐसा गौरव पाकर इन्होंने महिला जगत को और रोशन कर दिया है। हैदराबाद में इन्होंने बकायदा पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया। फाइटर पायलट बनने का मतलब युद्ध की स्थिति में अवनि, भावना और मोहना लड़ाई में इस्तेमाल सुखोई जैसे विमान उड़ाएंगी। तीनों वायुसेना अधिकारी तो पहले से ही हैं। अब उन्हें लड़ाकू बेड़े में शामिल किया गया है।
हरियाणा में सोमवार को भी आरक्षण की मांग को लेकर जाटों का आंदोलन जारी रहा। राज्य में विभिन्न स्थानों पर ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति (एआईजेएएसएस) से जुड़े जाट नेताओं ने दूसरे दिन भी धरना दिया लेकिन उसमें लोगों की उपस्थिति कम ही रही।
भूजल स्तर में लगातार गिरावट आने, शहरों का विस्तार होने के बावजूद बुनियादी सुविधाओं की कमी, जलवायु परिवर्तन, देश के 20 राज्यों में जल विषाक्तता के बीच जल के समुचित उपयोग एवं संरक्षण को लेकर एक समग्र, व्यापक राष्ट्रीय नीति बनाने की मांग के साथ जल को संविधान की समवर्ती सूची में रखने के विचार पर बहस शुरू हो गई है।
महेंद्र सिंह धोनी की राइजिंग पुणे सुपरज्वाइंटस ने दिल्ली को हराकर आईपीएल की रेस में अपने को बरकरार रखा है। करो या मरो के मैच में अंतिम क्षणों में बेहतरीन क्रिकेेट खेलकर पुणे की टीम ने साबित कर दिया कि उसमें अब भी खिताब जीतने की कूबत है।
विरोध, प्रदर्शन, आंदोलन, लोकतंत्र में अनुचित नहीं माने जाते। लेकिन अपने खेत-खलिहान-घर-आंगन को सुरक्षित रखने के साथ मासूम बच्चों के स्कूलों, बीमार और घायलों का उपचार करने वाले अस्पतालों, गांव से कस्बों तक पहंुचाने वाली बसों अथवा जानमाल की सुरक्षा के लिए बनाए गए थानों को आग लगाने के बजाय सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी भी तो समाज की है।
असंतोष और टकराव का लाल गलियारा बेहद लंबा है। आज राज्य के अर्द्ध सैन्य बल और प्रतिरोधी आदिवासी आमने-सामने हैं। आखिर क्यों है ऐसा? समाज विज्ञानी, लेखक और पत्रकार रामशरण जोशी इस ‘क्यों’ की पड़ताल अपनी नई पुस्तक ‘यादों का लाल गलियारा-दंतेवाड़ा’ में करते हैं।