स्कूलों में जब अध्यापक अटेंडेंस लेते है तो अक्सर विद्यार्थी ‘यस सर’ या ‘यस मैम’ कहकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हैं। लेकिन जल्द ही मध्यप्रदेश के स्कूलों में यह ट्रेंड बदलने वाला है।
जानकी का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने पति की तबीयत खराब होने के कारण दबंगो के खेत में काम करने से इंकार कर दिया। बताया जा रहा है कि दबंगो ने जानकी को तब पीटा जब वह पानी भरने आई हुयी थी।
मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार पर अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठी मेधा पाटकर को अस्पताल ले जाने के लिए पुलिस को ‘कील लगे डंडे’ के साथ भेजने के आरोप लग रहे हैं।
क्या कभी आपने सुना है कि छात्रों को स्कूल की क्लासरुम की जगह टॉयलेट में शिक्षा दी जा रहा हो... जी हां यह घटना सच है, जो मध्यप्रदेश में नीमच के एक प्राइमरी स्कूल की है।