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'औरतों के जीवन के खुलेपन की कहानी'

'औरतों के जीवन के खुलेपन की कहानी'

साहित्य अकादेमी, दिल्ली के प्रवासी मंच कार्यक्रम में अरुणा सब्बरवाल ने अपनी कहानी उडारी का पाठ किया। चर्चा में वक्ताओं की आम राय थी कि यह औरतों के जीवन में आए खुलेपन ‌की कहानी है। ज्यादातर पसंद आई कहानी पर यह भी कहा गया कि लंदन में विवाहेतर और अकेली महिलाओं के संबंधों को जो पारिवारिक-सामाजिक मान्यता है, वह दिन भारत के लिए अभी दूर है।
रूपिंदर के दो गोल से भारत ने मलेशिया को 2-1 से हराया

रूपिंदर के दो गोल से भारत ने मलेशिया को 2-1 से हराया

स्टार ड्रैग फ्लिकर रूपिंदर पाल सिंह के दो गोल की मदद से भारत ने आज चौथे एशियाई चैंपियन्स ट्राफी हाकी टूर्नामेंट में मेजबान मलेशिया को 2-1 से हराकर अंकतालिका में अपना शीर्ष स्थान पक्का किया।
ऐसा भी हो रहा, मप्र की खुली जेल में परिवार के साथ रहते हैं कैदी

ऐसा भी हो रहा, मप्र की खुली जेल में परिवार के साथ रहते हैं कैदी

शंकर, इमरान, मुकेश, मांगीलाल, धर्मेंद्र, जितेन्द्र, हरिराम, महेश आदि रोज सुबह उठने के बाद नित्य क्रिया से निवृत होकर दो जून की रोटी के लिए निकल जाते और शाम को वापस आकर परिवार के साथ मनोरंजन के लिए टीवी देखते हैं और फिर भोजन इत्यादि कर सो जाते है। दूसरे दिन फिर यही दिनचर्या होती है। इनका जीवन आम भले ही लगता है लेकिन इसमें खास बात यह कि यह सब लोग एक खुली जेल के कैदी हैं।
अमेरिकी ओपन फाइनल में जोकोविच का सामना वावरिंका से

अमेरिकी ओपन फाइनल में जोकोविच का सामना वावरिंका से

दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने भीषण गर्मी और उमस के अलावा गाएल मोंफिल्स की नकारात्मक रणनीति से पार पाते हुए अमेरिकी ओपन फाइनल में प्रवेश कर लिया जहां उनका सामना स्टान वावरिंका से होगा।
मरे को हराकर निशिकोरि सेमीफाइनल में, पोट्रो को वावरिंका ने हराया

मरे को हराकर निशिकोरि सेमीफाइनल में, पोट्रो को वावरिंका ने हराया

जापान के केइ निशिकोरि ने ब्रिटेन के एंडी मरे को हराकर अमेरिकी ओपन सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया और ग्रैंडस्लैम जीतने वाले पहले एशियाई खिलाड़ी बनने से अब वह सिर्फ दो जीत दूर हैं। निशिकोरि ने रोमांचक मैच में विम्बलडन और ओलंपिक चैम्पियन तथा 2012 अमेरिकी ओपन चैम्पियन मरे को 1-6, 6-4, 4-6, 6-1, 7-5 से हराया।
जोकोविच सेमीफाइनल में, सानिया की हार के साथ भारतीय चुनौती समाप्‍त

जोकोविच सेमीफाइनल में, सानिया की हार के साथ भारतीय चुनौती समाप्‍त

गत चैम्पियन और दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने लगातार दसवीं बार अमेरिकी ओपन सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया जब फ्रांस के जो विलफ्राइड सोंगा क्वार्टर फाइनल में 6-3, 6-2 से पिछड़ने के बाद रिटायर हो गए। इसी तरह दुनिया की नंबर एक युगल खिलाड़ी सानिया मिर्जा और उनकी चेक जोड़ीदार बारबरा स्टायकोवा क्वार्टर फाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त कैरोलीन गार्शिया और क्रिस्टीना म्लादेनोविच से सीधे सेटों में हारकर बाहर हो गई। सानिया की हार के साथ यूएस ओपन में भारतीय चुनौती समाप्‍त हो गई है।
अमेरिकी ओपन : राफेल नडाल बाहर, जोकोविच अंतिम 8 में पहुंचे

अमेरिकी ओपन : राफेल नडाल बाहर, जोकोविच अंतिम 8 में पहुंचे

मौजूदा चैंपियन नोवाक जोकोविच ने आसान जीत के साथ यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है लेकिन 14 बार के ग्रैंडस्लैम विजेता राफेल नडाल पांच सेट तक चले कड़े मुकाबले में फ्रांस के लुकास पोइली से हारकर बाहर हो गये। 22 साल के विश्व में 25वें नंबर के पोइली विंबलडन के क्वार्टर फाइनल में भी पहुंचे थे। उन्होंने स्पेनिश सुपरस्टार को 6-1, 2-6, 6-4, 3-6, 7-6 से हराया।
जोकोविच और नडाल प्री क्वार्टर फाइनल में

जोकोविच और नडाल प्री क्वार्टर फाइनल में

नोवाक जोकोविच ने रूस के मिखाइल यूज्नी के चोट के कारण मैच से हटने पर सिर्फ 32 मिनट में अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट के प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई जबकि दो बार के विजेता रफेल नडाल भी तीन साल में पहली बार अंतिम 16 में जगह बनाने में सफल रहे।
सिंधु का 'गोल्‍डन' मैच टी-20 क्रिकेट के सेमीफाइनल से भी ज्‍यादा हिट रहा

सिंधु का 'गोल्‍डन' मैच टी-20 क्रिकेट के सेमीफाइनल से भी ज्‍यादा हिट रहा

देश में क्रिकेट को सबसे लोकप्रिय खेल माना जाता है। लेकिन बैडमिंटन ने अब इस खेल को पीछे कर दिया है। रियो ओलम्पिक खेलों में स्‍वर्ण पदक के लिए हुए महिला सिंगल्स मैच में भारतीय शटलर पी.वी. सिंधु और स्पेन की कैरोलिना मारिन के बीच हुए मैच को विश्‍व कप क्रिकेट टी-20 सेमीफाइनल मैच से भी ज्‍यदा दर्शक मिले हैं।
गजब गुरु : गोपीचंद ने घर गिरवी रख अकादमी खोली, ओलंपिक में लहराया तिरंगा

गजब गुरु : गोपीचंद ने घर गिरवी रख अकादमी खोली, ओलंपिक में लहराया तिरंगा

साइना नेहवाल और पीवी सिंधू के लगातार ओलंपिक खेलों में पदक के दौरान इन दोनों खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करने वाले मुख्य बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि वह भाग्यशाली थे कि पढ़ाई में अच्छे नहीं थे और आईआईटी परीक्षा पास नहीं कर पाने से उनके सफल खिलाड़ी बनने का रास्ता खुला।
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