अमरनाथ यात्रा से लौट रहे श्रद्धालुओं पर हुए हमले के बाद इस पर राजनीति भी तेज हो गई है। केन्द्र सरकार को इस मामले पर आड़े हाथों लिया जा रहा है। एक ओर जहां केन्द्र सरकार विपक्षी पार्टियों की आलोचनाओं का शिकार हो रही है, वहीं अब एनडीए की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भी केन्द्र पर सवाल उठाने खड़े कर दिए हैं।
सोशल मीडिया पर ज्यादा से ज्यादा सक्रिय रहकर देश-विदेश में रहने वालों की मदद करने वाली भारतीय विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने आज सुबह पाकिस्तानी विदेशमंत्री सरताज अज़ीज़ पर जमकर बरस पड़ीं।
'आवारा भीड़ के खतरे' नामक शीर्षक के अपने निबंध में हिन्दी साहित्य जगत के मूर्धन्य निबंधकार हरिशंकर परसाई जी लिखते हैं, "दिशाहीन, बेकार, हताश, नकार वादी और विध्वंस वादी युवकों की यह भीड़ खतरनाक होती। इसका उपयोग खतरनाक विचारधारा वाले व्यक्ति या समूह कर सकते हैं। इसी भीड़ का उपयोग नेपोलियन, हिटलर और मुसोलिनी जैसे लोगों ने किया था।"
मॉब लिचिंग के खिलाफ देशभर में बुधवार को प्रदर्शन हुआ। सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार, सहित फिल्मी जगत के लोगों ने अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों का पुरजोर विरोध किया। साथ ही मॉब लिचिंग के खिलाफ कानून बनाने की मांग रखी।
कतर और खाड़ी देशों के बीच चल रहे टकराव में पाकिस्तान भी मुश्किल का सामना कर रहा है। एक मुलाकात के दौरान सउदी अरब के शाह सलमान ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से पूछा है कि वें किसके साथ है, कतर के या फिर उनके यानी सउदी अरब के?
सऊदी अरब, बहरीन, मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने आज कतर के साथ अपने सभी राजनयिक संबंध तोड़ने की घोषणा की है। इन सभी देशों ने कतर पर आंतकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाया है।