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आजादी के बाद पहली बार नक्सल प्रभावित ‘अबूझमाड़’ का सर्वे

आजादी के बाद पहली बार नक्सल प्रभावित ‘अबूझमाड़’ का सर्वे

नक्सलियों का गढ़ और दुर्गम वन्य क्षेत्र माने जाने वाले छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ पर सरकार की रणनीति तैयार हो रही है। सरकार और प्रशासन से अछूते रहे इस इलाके में सरकार ने अब सर्वे कराना शुरू कर दिया है।
नक्‍सली क्यों बने सड़कों के दुश्मन, क्यों हो रहे हैं जवानों पर हमले?

नक्‍सली क्यों बने सड़कों के दुश्मन, क्यों हो रहे हैं जवानों पर हमले?

नक्‍सलियों ने छत्‍तीसगढ़ में सीआरपीएफ के जवानों पर हमला किया। जिसमें 25 जवान शहीद हो गए। सीआरपीएफ के 74 वीं बटालियन के करीब 90 जवान सोमवार सुबह बुरकापाल में निर्माणाधीन सड़क की सुरक्षा के लिए गए थे। बुरकापाल में सड़क का काम लंबे अरसे से बंद था, लेकिन सीआरपीएफ की सिक्युरिटी में इसका काम फिर शुरू हुआ। सड़क बनाने का काम प्राइवेट ठेकेदार कर रहे है। ठेकेदार नक्सली हिंसा के भय के चलते जवानों की सुरक्षा में ही काम करते हैं।
जानिए कैसे, आखिरी दम तक नक्सलियों से लोहा लेता रहा शेर मोहम्मद?

जानिए कैसे, आखिरी दम तक नक्सलियों से लोहा लेता रहा शेर मोहम्मद?

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुए माओवादी हमले के दोरान एक जवान ने जख्मी होकर भी नहीं मानी हार। अपने साथियों को बचाने के लिए बड़ी बहादुरी से लड़ता रहा।
भारी पड़ा नक्सल‌वाद को कमजोर समझना, आख‌िर कहां हुई चूक?

भारी पड़ा नक्सल‌वाद को कमजोर समझना, आख‌िर कहां हुई चूक?

छत्‍तीसगढ़ में नक्‍सलियों ने एक बाद फिर 26 सीआरपीएफ जवानों की हत्‍या कर दी है। पिछले पंद्रह सालों से भाजपा शासित इस राज्‍य में सैंकड़ों हमले हुए हैं। मुख्‍यमंत्री रमन सिंह हमेशा नक्‍सल समस्‍या को खतम कर लेने का दावा करते हैं लेकिन हर बार यहां जवानों को जान गंवानी पड़ती हैं।
छत्तीसगढ़ में नक्सली हमला, सीआरपीएफ के 11 जवान शहीद

छत्तीसगढ़ में नक्सली हमला, सीआरपीएफ के 11 जवान शहीद

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में आज नक्सली हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 11 जवान शहीद हो गए जबकि पांच अन्य जवान घायल हो गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने इस खबर की पुष्टि की है।
नक्सली अब भी खतरनाक, 2016 में सबसे ज्यादा आईईडी धमाके किए

नक्सली अब भी खतरनाक, 2016 में सबसे ज्यादा आईईडी धमाके किए

देश में नक्सली अभी भी सबसे खतरनाक बने हुए हैं। अरातकतावादी माओवादी संगठनों ने पिछले साल आईईडी और दूसरे घातक हथियारों के उपयोग से सबसे ज्यादा सुरक्षा कर्मियों और नागरिकों की जान ली। नक्सलियों ने साल 2016 में सबसे ज्यादा आईईडी धमाके किए।
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