अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के कार्यकर्ता ने मंदसौर जिले के पिपलिया मंडी में 6 जून को हुई पुलिस फायरिंग में मारे गए पांच किसानों को श्रद्धांजलि देने के बाद किसान मुक्ति यात्रा का शंखनाद किया।
अब किसान किसान आंदोलन की आग हरियाणा पहुंच गई है। आज हरियाणा में कांग्रेस किसानों के मसले पर महापंचायत करेगी, तो वहीं कई संगठनों ने हाईवे जाम का ऐलान किया है।
किसान आंदोलन को आगे बढ़ाने की रणनीति बनाने के लिए देशभर से आए किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को दिल्ली स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान में बैठक की। बैठक के दौरान किसानों में बढ़ती खुदकुशी और मंदसौर में मारे गए किसानों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया। साथ ही सरकार से सभी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य और कर्जमाफी की मांग करते हुए देशभर के किसानों से एकजुट होने का अह्वान किया गया है।
मध्यप्रदेश के बाद कांग्रेस अब राजस्थान में भी भाजपा सरकार को घेरने की रणनीति तैयार कर ली है।बुधवार को पूरे प्रदेश में किसानों की कर्जमाफी के समर्थन में कांग्रेस आंदोलन करेगी।
मध्य प्रदेश में पिछले 48 घंटों में कर्ज में डूबे दो किसानों ने आत्महत्या कर ली है। इनमें से एक किसान बुधनी विधानसभा क्षेत्र से है। मध्य प्रदेश की बुधनी विधान सभा सीट का प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करते हैं।
एक तरफ जहां मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन उग्र होता जा रहा है वहीं कई ऐसे वाकये भी सामने आ रहे हैं जो काफी तकलीफदेह हैं। एक बुजुर्ग महिला ने आरोप लगाया है कि किसान आंदोलन से उसका कोई लेना-देना नहीं था फिर भी पुलिस ने उसकी पिटाई की है।
महाराष्ट्र में किसान नेताओं ने सरकार को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है। किसान नेताओं ने कहा है कि यदि दो दिन में हमारी मांगे नहीं मानी जाएगी तब पूरे राज्य में आंदोलन तेज होगा।
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र दोनों ही राज्यों में, भाजपा सरकारों ने विरोध करने वाले किसानों से निपटने के लिए समान रणनीतियां इस्तेमाल की। उनकी सोच थी की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ संबद्ध संगठनों के साथ एक समझौता करके आंदोलन में फूट दाल दें।