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Search Result : "Pirzada Abbas Siddiqui"

लेखक बने नवाजुद्दीन सिद्दीकी

लेखक बने नवाजुद्दीन सिद्दीकी

बड़े पर्दे पर अपने अभिनय का जौहर दिखाने के बाद बॉलीवुड स्टार नवाजुद्दीन सिद्दीकी अब लेखन में अपना कमाल दिखाने वाले हैं और अब उन्होंने अपने हाथों में कलम थाम ली है।
जरा सा निशाना चूक गई बाबूमोशाय की बंदूक

जरा सा निशाना चूक गई बाबूमोशाय की बंदूक

बाबूमोशाय बंदूकबाज फिल्म के शीर्षक से यह तो पता चल रहा है कि यह बंदूक की कहानी है। बंदूक होगी तो गोलियां भी होंगी, गोलियां होंगी तो गालियां खुद ब खुद चली आएंगी और खून...वह तो फैलेगा ही।
राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज हज यात्रियों का पहला बैच रवाना किया

राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज हज यात्रियों का पहला बैच रवाना किया

केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को हज यात्रियों की पहली उड़ान को इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआई) से रवाना किया। इस दौरान दिल्ली से मदीना तक की पहली हवाई यात्रा उड़ान भरेगी।
मॉम बनकर भी छाई हवा हवाई गर्ल

मॉम बनकर भी छाई हवा हवाई गर्ल

इंग्लिश-विंग्लिश के बाद श्रीदेवी ने मॉम के रूप में एक बार फिर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है। फिल्म शुरू होते ही लगता है कि निर्देशक रवि उद्यावर कुछ ऐसा रचने जा रहे हैं जो श्री और सभी के खाते में एक ऐतिहासिक सफलता दर्ज करा जाएगा। लेकिन फिल्म जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, बॉलीवुडिया मसाले की अधिकता उसे एक आम फिल्म बना कर छोड़ती है। फिल्मी संवाद, रोना, फिर विलेन को मारना और दो लोगों की गलतफहमी प्यार में बदल जाती है। बस फिल्म खत्म।
मनी लांड्रिंग मामले में कांग्रेस नेता बाबा सिद्दकी के ठिकानों पर ईडी का छापा

मनी लांड्रिंग मामले में कांग्रेस नेता बाबा सिद्दकी के ठिकानों पर ईडी का छापा

कांग्रेस नेता बाबा सिद्दकी और रफीक मकबूर कुरैशी के अलग अलग ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है। यह कार्रवाई मनी लांड्रिंग मामले में की गई है। बाबा पर आरोप है कि मुंबई स्थित बांद्रा के स्लम एरिया के विकास के नाम पर सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला किया गया है। इसके अलावा एक जमीन के टुकड़े के विवाद के चलते दाऊद ने बाबा को धमकी भी दी थी कि तुम्हारी फिल्म बनवा दूंगा, ‘एक था एमएलए’।
गेहूं, गन्ना और गन के इलाके वाले नवाजुद्दीन

गेहूं, गन्ना और गन के इलाके वाले नवाजुद्दीन

नवाजुद्दीन सिद्दीकी के संघर्ष की दास्तान अब किसी के लिए नई नहीं है। उन्होंने अपने जीवन में लंबा वक्त संघर्ष कर बिताया है। जब तक नवाज, फैसल (गैंग्स ऑफ वासेपुर में उनके किरदार का नाम) में नहीं बदल गए तब तक उनके दिन नहीं बदले थे। उनके लिए पहले जन्मदिन सिर्फ एक तारीख तक सिमटा रहता था लेकिन अब 19 मई पर उनके पास बधाई का तांता लगा रहता है।
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