सोनी चैनल पर आने वाले मशहूर टीवी कार्यक्रम ‘द कपिल शर्मा शो’ एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। इस बार शो के चर्चा में आने का कारण कपिल नहीं बल्कि कार्यक्रम में आए गेस्ट हैं।
मशहूर कवि और लेखक सी नारायण रेड्डी का आज निधन हो गया। वे 86 साल के थे। तेलगु लिटरेचर की दुनिया में नारायण रेड्डी का नाम एक स्तंभ की तरह है। नारायण रेड्डी ने सिर्फ एक कवि और लेखक ते बल्कि वे फिल्म जगत के लिए गाने भी लिकते थे। उनके लिखे गानों ने साउथ की फिल्मों में काफी धूम मचाया।
बाल ठाकरे की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए सहयोगी शिवसेना ने कहा कि दिवंगत नेता ठाकरे ने कभी भी 56 ईंच का सीना नहीं दिखाया लेकिन देश के दुश्मन उनके नाम से ही डरते थे और वह नरेन्द्र मोदी के साथ उस वक्त खड़े थे जब गोधरा दंगे के बाद भाजपा उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री पद से हटाना चाहती थी।
अगर सब कुछ ठीक रहा तो शाहरूख खान जल्द ही शायर और गीतकार साहिर लुधियानवी के किरदार में रूपहले पर्दे पर नजर आ सकते हैं। इस प्रोजेक्ट के सिलसिले में किंग खान जल्द ही निर्देशक संजय लीला भंसाली से मुलाकात करेंगे।
मशहूर शायर और पूर्व सांसद जावेद अख्तर ने कहा है कि तीन तलाक की प्रथा तुरंत बंद होनी चाहिए और समान नागरिक संहिता के बारे में सरकार को ड्राफ्ट तैयार कर उसे लोगों के सामने लाकर बहस करानी चाहिए।
मंच के कवि होने के साथ-साथ राजनीति में भी सक्रिय कुमार विश्वास के मुताबिक केंद्र की सरकारों ने उन्हें अपेक्षित सम्मान नहीं दिया और राजनीतिक विचार नहीं मिलने के कारण उन्हें सरकारी कार्यक्रमों तक में आमंत्रित नहीं किया जाता।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पारंपरिक रूप से लोगों को खुद से जोड़ने के साथ-साथ अब आधुनिक दौर के अनुसार हाईटेक होता जा रहा है। इसके तहत संघ अपनी वेबसाइट के माध्यम से अपनी पहुंच को व्यापक करने के साथ आईटी पेशेवरों तथा शहरों में रहने वाले युवाओं को भी स्वयं से जोड़ रहा है।
19 जून 1966 को बाल ठाकरे ने महाराष्ट्र में शिवसेना की स्थापना की थी। उन्होंने उस वक्त वादा किया था कि दल का उद़देश्य 80 फीसदी सामाजिक कार्य और 20 फीसदी राजनीति करना होगा। लेकिन शिवसेना की उधेड़बुन की राजनीति से यह आभास हो रहा है कि शिवसेना ने स्थापना के अपने स्लोगन को लगभग भुला दिया है। गठन के बाद से ही शिवसेना ने खुद को 100 फीसदी राजनीतिक पार्टी के तौर पर स्थापित किया है।
अगले साल निर्धारित मुंबई नगर निगम चुनावों से पहले शिवसेना नेतृत्व को गलत ढंग से पेश करती सोशल मीडिया पोस्टों के वायरल होने से भाजपा और शिवसेना के बीच तनाव बढ़ता नजर आ रहा है। माना जा रहा है कि सोशल मीडिया पर ये पोस्ट भाजपा के खिलाफ शिवसेना की टीका-टिप्पणियों के जवाब में डाली गई हैं।