Advertisement

Search Result : "Politics of compassion Politics of hate"

जीएसटी लांच कार्यक्रम में मुझे बुलाया ही नहीं गया: नीतीश

जीएसटी लांच कार्यक्रम में मुझे बुलाया ही नहीं गया: नीतीश

बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें जीएसटी के लांच कार्यक्रम में बुलाया ही नहीं गया तो फिर जाने या न जाने का सवाल ही कहां उठता है।
रजनीकांत पर स्वामी का निशाना, कहा- राजनीति शुरू होने से पहले ही कर दूंगा खत्म

रजनीकांत पर स्वामी का निशाना, कहा- राजनीति शुरू होने से पहले ही कर दूंगा खत्म

भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रहमण्यम स्वामी ने रजनीकांत पर निशाना साधा है। धमकी भरे लहजे में स्वामी ने सुपरस्टार रजनीकांत पर टिप्पणी की है।
मध्यप्रदेश में किसान खुदकुशी पर फिर गरमाई राजनीति, मृतक के घर पहुंचीं कांग्रेस नेता

मध्यप्रदेश में किसान खुदकुशी पर फिर गरमाई राजनीति, मृतक के घर पहुंचीं कांग्रेस नेता

मध्य प्रदेश के नीमच जिले के गांव पिपलिया व्यास में रविवार को 60 वर्षीय किसान प्यारेलाल ओड ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी। अब यह मामला राजनीतिक रंग लेने लगा है। आज कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता प्यारेलाल के परिजनों से मिलने पहुंचे। इधर जिला प्रशासन ने तत्काल न्यायिक जाँच के आदेश दे दिए।
दिलचस्प रहा बर्थ-डे गर्ल किरण खेर का फिल्म से राजनीति तक का सफर

दिलचस्प रहा बर्थ-डे गर्ल किरण खेर का फिल्म से राजनीति तक का सफर

फिल्म से राजनीति तक का सफर बखूबी तय करना यह सबके बस की बात नहीं, लेकिन थिएटर, बॉलीवुड और टीवी एक्ट्रेस किरण खेर ने यह सफर काफी शानदार तरीके से तय किया। किरण आज अपान 62वां जन्मदिन मना रही हैं। किरण वर्तमान में चण्डीगढ़ संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं।
मंदसौर में पुलिस की पिटाई से घायल किसान की मौत, रायसेन में एक ने की खुदकुशी

मंदसौर में पुलिस की पिटाई से घायल किसान की मौत, रायसेन में एक ने की खुदकुशी

मध्य प्रदेश के मंदसौर में पुलिस फायरिंग में 6 किसानों की मौत के बाद से जारी हिंसक विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब हिंसक प्रदर्शन मालवा क्षेत्र के अन्य जिलों में भी फैलने लगा है। अब शाजापुर-सीहोर में आंदोलनकारी उग्र हो गए जिसके चलते पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। वहीं रायसेन तहसील के देगांव थाना क्षेत्र में किसान ने सल्फास की गोली खाकर की आत्महत्या कर ली।
नए दौर में दलित पॉलिटिक्स: जाति पर जोर से दलित एजेंडा हुआ फीका

नए दौर में दलित पॉलिटिक्स: जाति पर जोर से दलित एजेंडा हुआ फीका

आज दलित समुदाय हर दृष्टि से चौराहे पर खड़ा है। कई दशक बाद दलित राजनीति लगभग हाशिए पर पंहुच गई है। दलित जन प्रतिनिधियों से दलित समुदाय एकदम निराश है। वे समुदाय पर होने वाले अत्याचार के मसलों पर कुछ नहीं बोलते हैं। अब दलित समाज में उन्हें खुले मंचों से पूना पैक्ट की खरपतवार कहना शुरू कर दिया है।
अब मूर्तियों के मंच पर माया से दो-दो हाथ

अब मूर्तियों के मंच पर माया से दो-दो हाथ

उत्तर प्रदेश में भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार अब मायावती की बहुजन समाज पार्टी को मूर्तियों के मंच पर टक्कर देगी। हाल के विधानसभा चुनावों में मायावती के पाले से बसपा के कई नेताओं और गैर-जाटव वोट बैंक को तोड़कर भाजपा ने अपने लिए एक नया जनाधार कायम किया था। लेकिन अब शायद उसे लगता है कि दलित गौरव के नाम पर बने आंबेडकर पार्कों और स्मारकों की भी सोशल इंजीनियरिंग जरूरी है। सो, अब योगी सरकार इन पार्कों में अति पिछड़े समाज और ऊंची जाति के महानायकों की भी मूर्तियां लगाएगी।
किसान हित के प्रतीक पुरुष

किसान हित के प्रतीक पुरुष

प्रसिद्ध अमेरिकी राजनीतिशास्त्री पॉल आर. ब्रास ने चरण सिंह को केंद्र में रखकर उत्तर भारतीय राजनीति पर लिखा
Advertisement
Advertisement
Advertisement