प्रियंका चोपड़ा हमेशा अपने प्रेम जीवन पर खुलकर बात नहीं करती हैं मगर हॉलीवुड में मिली सफलता से उत्साहित अभिनेत्री ने कहा कि वह कभी अचानक किसी के साथ डेट पर नहीं गई हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने प्रदेश में मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना की शुरुआत की थी। इस यात्रा में बुजुर्गों को मुफ्त में देश भर के प्रमुख तीर्थ स्थलों की यात्रा कराई जाती है। इस योजना का फल शिवराज को बुजुर्गों ने वोट के रूप में दिया। पिछले साल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेख यादव ने भी समाजवादी श्रवण यात्रा की शुरुआत की थी।
ऐसा कम ही होता है जब कोई नायिका किसी दूसरी नायिका की तारीफ करे। लेकिन शायद ऐसा इसलिए हो पाया क्योंकि अभिनेत्री फ्रीडा पिंटो अब बॉलीवुड की दौड़ में नहीं हैं। उन्होंने हॉलीवुड में अपना अलग मुकाम बना लिया है।
नदी जोड़ो परियोजना के तहत केन-बेतवा नदी जोड़ने की परियोजना को वन्यजीव मंजूरी मिलने में विलंब से क्षुब्ध जल संसाधन एवं नदी विकास मंत्री उमा भारती ने मंगलवार को चेताया कि अगर लाखों लोगों की खुशहाली सुनिश्चित करने वाली इस परियोजना को पर्यावरणविदों, एनजीओ की हिस्सेदारी वाली स्वतंत्र वन्यजीव समिति की मंजूरी में आगे कोई अड़चन आई तो वह अनशन पर बैठ जायेंगी।
किसी भी नदी की अविरल धारा बनाये रखने के लिए नदियों में देशांतरीय संयोजना एवं पर्याप्त प्रवाह जरूरी है लेकिन गंगा नदी में सर्दी और गर्मी के महीने में कई स्थानों पर पानी का प्रवाह रूक जाता है, साथ ही गंदे जल एवं औद्योगिक अपशिष्ट का प्रवाह जारी रहता है। इस चुनौती को ध्यान में रखते हुए नमामि गंगे योजना के तहत गंगा की धारा की निर्मलता, पर्याप्त प्रवाह एवं स्वच्छता को बहाल करने को सरकार प्रमुखता दे रही है।
करोड़ों खर्च के बावजूद यमुना की सफाई दूर की कौड़ी, केंद्र सरकार की रीति-नीति सर्वाधिक दुखदायी यमुनोत्री से निकली यमुना दिल्ली पहुंचते ही दम तोड़ देती है और यहां से आगे चलता है दिल्ली का मल मूत्र और अपशिष्ट। दिल्ली क्षेत्र में यमुना के 22 किलोमीटर के सफर में राज्य के 18 बड़े नाले उसे नदी से बड़ा नाला बना कर उत्तर प्रदेश की ओर रवाना करते हैं।
चुनावी लिहाज से महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में अपनी स्थिति सुधारने के लिए संघर्ष कर रही कांग्रेस अगले एक पखवाड़े में राज्य के नेतृत्व में बड़ा फेरबदल कर सकती है और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर सकती है जो संभवत: ब्राम्हण होगा।
अपनी पुरानी फिल्म को झाड़-पोंछ कर दर्शकों के लिए फिर नया और देखने लायक कैसे बनाया जाता है यह तो प्रकाश झा से सीखा ही जाना चाहिए। शायद यही कारण है कि अपनी सफल फिल्म गंगाजल को झा ने जय गंगाजल नाम से फिर बना दिया।