हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में सीएम वीरभद्र सिंह और प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुख्खू के बीच चल रहे झगड़े ने कांग्रेस नेतृत्व को परेशान कर रखा है। वीरभद्र चाहते हैं कि सुख्खू को हटाया जाए।
आप के बागी पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने आप नेताओं की विदेश यात्राओं की जानकारी सार्वजनिक किए जाने की मांग को लेकर अपने सरकारी निवास पर अऩशन शुरू कर दिया है। आप के पांच नेताओं संजय सिंह, आशीष खेतान, सत्येंद्र जैन, राघव चढ्डा व दुर्गेश पाठक की विदेश यात्रा की जानकारी मिलने तक उनका अनशऩ जारी रहेगा। साथ ही, सवाल किया है कि मनमोहन की तरह मौन क्यों हैं केजरीवाल।
शिल्पा शिंदे को कम समय में बहुत लोकप्रियता मिली और वह अपने नाम के बजाय भाभीजी से ज्यादा लोकप्रिय हो गईं। फरवरी 2016 में उन्होंने फीस के विवाद के चलते बढ़िया टीआरपी बटोर रहा धारावाहिक भाभीजी घर पर हैं छोड़ दिया था। अब उन्हें सिने और टीवी आर्टिस्ट असोसिएशन (सीआईएनटीएए) से भी बाहर कर दिया गया है। धारावाहिक भाभी जी से निकलने के बाद वह बिना घर यानी काम की थीं अब तो उन्हें संगठन से भी हाथ धोना पड़ा है।
आरएसएस के विद्रोही नेता सुभाष वेलिंगकर की तुलना भगवान कृष्ण से करते हुए शिवसेना ने आज दावा किया कि अगले साल गोवा विधानसभा चुनाव में जीत के लिए वेलिंगकर गैर भाजपा और गैर कांग्रेसी दलों का मार्गदर्शन करेंगे।
आरएसएस के बागी एवं क्षेत्रीय भाषा के पैरोकार सुभाष वेलिंगकर ने गोवा विधानसभा चुनाव से पहले आज नया राजनीतिक दल गोवा सुरक्षा मंच (जीएसएम) बनाने की घोषणा की। हालांकि उनका नाम आज जारी पदाधिकारियों की पहली सूची में नहीं था।
महाराष्ट्र के पूर्व राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश से कराई जाएगी। भूमि घोटाले और भर्ष्टाचार के कई आरोपों के घेरे में आए खड़से को शनिवार को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
गैंगस्टर दाउद इब्राहिम के घर से महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे को फोन किये जाने संबंधी काॅल रिकार्ड हासिल करने का दावा करने वाले गुजरात के एक हैकर ने सीबीई जांच की मांग की है जबकि विपक्षी कांग्रेस ने भाजपा नेता की बर्खास्तगी की मांग की। मुम्बई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरूपम ने कहा कि पार्टी प्रतिनिधी मंडल ने राज्यपाल सी विद्यासागर राव से मिलकर हाल के आरोपों पर खडसे की बर्खास्तगी की मांग की।
यूरोपीय संघ (ईयू) के मुद्दे पर 23 जून को होने वाले जनमत संग्रह की समयसीमा निकट आने के साथ ही प्रधानमंत्री डेविड कैमरुन की सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व को अपने ही सांसदों से खुली चुनौती मिल रही है। बागी सांसदों ने ईयू में ब्रिटेन की सदस्यता के मुद्दे से निपटने को लेकर उनके खिलाफ खुलेआम बोलना शुरू कर दिया है।