जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव अब खुलकर सीएम नीतीश कुमार के विरोध में आ गए हैं। गुरुवार को शरद यादव ने नीतीश के भाजपा के साथ गठबंधन के फैसले का विरोध किया है।
बिहार में जारी सियासी ड्रामे के बीच सत्तारूढ़ जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने सोमवार को आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ दी है। शरद यादव ने बिहार में पिछले दिनों जो कुछ भी हुआ उसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
बिहार में बुधवार रात से जारी सियासी ड्रामे के बीच सत्ताशरूढ़ जदयू के वरिष्ठन नेता शरद यादव ने चुप्पी साध रखी है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि शरद यादव, नीतीश कुमार के महागठबंधन तोड़कर एनडीए खेमे में जाने से नाराज हैं।
सीबीआई द्वारा 2004 में दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर ईडी ने इसकी जांच शुरू की थी। प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत की गई जांच में पता चला कि प्रसाद ने जगनमोहन रेड्डी को अलग-अलग कंपनियों में निवेश के रूप में 779.50 करोड़ रुपए की रिश्वत दी।
बिहार में राजनीतिक समीकरण बड़ी तेजी से बदले रहे हैं। नीतीश कुमार द्वारा भाजपा के समर्थन से सरकार बनाने के फैसले को लेकर अब जदयू में फूट के आसार तेज हो गए हैं। अली अनवर जैसे जेडीयू के बड़े नेता इस पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं इस फैसले पर शरद यादव भ्ाी नाराज बताए जा रहे हैं।