जैसे-जैसे योगी आदित्यनाथ सरकार अपने कार्यकाल के छह महीने पूरे करने के करीब आ रही है, वैसे-वैसे मुख्यमंत्री समेत अन्य सभी मंत्री ‘एक्शन मोड’ (action mode) में आ रहे हैं।
राजस्थान के श्रीगंगानगर विधानसभा सीट से दो बार एमएलए और सरकार में पूर्व मंत्री राधेश्याम गंगानगर के पोते सहिल राजपाल द्वारा एंटी करप्शन ब्यूरो का पुलिस अधीक्षक मोबाइल नंबर से 'स्पूफिंग' से 10 करोड़ रिश्वत की मांग करने का मामला तूल पकड़ने लगा है।
सियासी सरगर्मियों के बीच बिहार में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। आईजीआईएमएस पटना ने अपने कर्मचारियों को ये बताने को कहा है कि वो वर्जिन है या नहीं। इस पर सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ने भी अपनी सफाई पेश कर दी। वहीं अब इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान प्रशासन ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है कि तत्काल प्रभाव से अभ्यर्थियों के घोषणापत्र से 'वर्जिन' शब्द को हटा दिया गया है।
बिहार में सियासी हलचल के बीच नीतीश सरकार के मंत्री पर फतवा जारी हो गया है। मंत्री खुर्शीद अहमद पर ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने की वजह से यह फतवा जारी किया गया है।
विधानसभा में भारी हंगामें के बीच एक ओर जहां नीतीश कुमार ने विश्वासमत हासिल कर लिया है। वहीं, दूसरी ओर राजद नेता शिवानंद तिवारी ने नीतीश कुमार पर हमला बोला है।
पेड न्यूज़ मामले में चुनाव आयोग द्वारा अयोग्य ठहराए गए एमपी के मंत्री नरोत्तम मिश्रा को दिल्ली हाई कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। हाईकोर्ट ने शुक्रवार को अयोग्यता के फैसले पर रोक लगाने वाली याचिका को खारिज कर दिया है। अब मिश्रा 17 जुलाई को होने वाली राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।