इस बीच रामचंद्र गुहा ने ट्वीट कर वर्तमान मोदी सरकार पर अप्रत्यक्ष तौर पर निशाना साधते हुए लिखा, 'अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि किसी पुस्तक या लेख का जवाब दूसरी पुस्तक या लेख ही हो सकते हैं। लेकिन हम अब वाजपेयी के भारत में नहीं रह रहे।'
जब बॉक्स ऑफिस पर दो फिल्में टकराती हैं तो सबसे बड़ा सवाल होता है, कमाई कौन करेगा। कमाई का तो पता नहीं पर दर्शक डैडी के बजाय पोस्टर बॉएज देखना ज्यादा पसंद करेंगे यह कहा जा सकता है।
क्रिकेट प्रशासकों की समिति (सीओए) से अलग हो चुके इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने बीसीसीआई को निशाने पर लिया है। गुहा ने अऩिल कुंबले, राहुल द्रविड़ और जहीर खान के मुद्दे पर कहा कि इन क्रिकेटरों ने क्रिकेट के लिए अपना सब कुछ लगा दिया और क्रिकेट के लिए महान थे। इनका अपमान किया जाना उचित नहीं है।