संसद के मॉनसून सत्र का ऐलान हो गया है। मॉनसून सत्र 18 जुलाई से 12 अगस्त तक होगा। इस दौरान राज्यसभा में भाजपा के नॉमिनेटेड सदस्य सुब्रह्मण्यम स्वामी को जोरदार टक्कर देंगे बिहार के ‘महागठबंधन’ के सांसद और जाने माने वकील राम जेठमलानी। कालाधन, जीएसटी और आर्थिक मुद्दों पर दोनों दिग्गजों के बीच राज्यसभा में जोरदार बहस की संभावना है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग कांग्रेस पार्टी की शह पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उकसाने में शातिर भूमिका निभा रहे थे और उसी वक्त वह सार्वजनिक रूप से आम आदमी पार्टी नेता का विरोध कर रहे थे।
सुब्रमण्यम स्वामी लागातार सरकार के लोगों पर हमले कर रहे हैं। रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन के बाद उन्होंने नए नाम अरविंद सुब्रमण्यम पर भी हमला बोला। जेटली को वह लगातार बोलने के लिए उकसा रहे हैं। यहां तक कि जेटली के जबाव देने पर उन्होंने खून-खराबे तक की बात कह डाली। सभी को इंतजार था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर क्या कदम उठाते हैं।
बसपा छोड़कर सुर्खियों में आए स्वामी प्रसाद मौर्य का अगला कदम क्या होगा? इसको लेकर राजनीतिक गुणा-भाग जारी है। स्वयं मौर्य भी अपना पत्ता अभी नहीं खोल रहे हैं। इसके पीछे माना जा रहा है कि मौर्य अपनी ताकत को आजमाना चाहते हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर भाजपा सांसद महेश गिरि द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होते हुए भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोमवार को कहा कि आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन तो चले गए अब केजरीवाल का नंबर है। उन्होंने मांग की कि यदि केजरीवाल गिरी से एनडीएमसी के अधिकारी की हाल में हुई हत्या से जुड़े आरोप लगाने को लेकर माफी मांगने से इंकार करते हैं तो दिल्ली की सरकार को बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।
सिंहस्थ कुंभ मे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की अगुवाई में बुधवार को आयोजित सामाजिक समरसता स्नान का स्वरूप पुरानी घोषणा के मुकाबले बदला नजर आया। आयोजन में दलित समुदाय के संतों के साथ अन्य हिन्दू पंथों और संप्रदायों के धर्मगुरू भी शामिल हुए।
संघर्ष सत्ता और सामाजिक व्यस्था में शिखर पर जगह बनाने को लेकर होता रहा है। लेकिन इसके उलट गांधी और मार्क्स दोनों निचले धरातल को ऊपर उठाकर पूरे समाज के उन्नयन की वकालत करते हैं।