मध्य चीन में एक टूरिस्ट बस के रेलिंग से टकराने के बाद लपटों से घिर जाने की वजह से कम से कम 35 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। यह घटना हुनान प्रांत में हुई। बस में 56 लोग सवार थे।
पाकिस्तान में बुधवार को अज्ञात बंदूकधारियों ने देश के बेहतरीन कव्वालों में से एक अमजद साबरी की गोली मारकर हत्या कर दी। साबरी को रूह छू देने वाली सूफी गायिकी के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता था।
उत्तर प्रदेश के मथुरा में अतिक्रमणरोधी एक अभियान के दौरान हुई हिंसा में शहर पुलिस अधीक्षक तथा एक थाना प्रभारी सहित 21 लोगों की मौत हो गई। हिंसा और गोलीबारी में 40 से अधिक लोग घायल हो गए। हमले में 19 अतिक्रमणकारियों की भी मौत हुई है।
मीडिया में मथुरा हादसे के पीछे पुलिस की लापरवाही को जिम्मेदार माना जा रहा है। खबरों के अनुसार पुलिस बिना पूर्व तैयारी के अतिक्रमण हटाओ अभियान को अंजाम देने पहुंच गई थी और वह भी बिना हेलमेट और बुलेट प्रूफ जैकेट के साथ। पुलिस ने अगर यह लापरवाही की है तो उसे यह दोष दिया जा सकता है। लेकिन बेतुकी मांगों के साथ धरने की आड़ में 250 एकड़ की जमीन पर कब्जा करने वाले उन अतिक्रमणकारियों के साथ क्या सलूक होना चाहिए, जो कोर्ट के आदेश के बाद भी वहां से हटने का नाम नहीं ले रहे थे।
महाराष्ट्र के वर्धा जिले के पुलगांव में केंद्रीय आयुध डिपो में आग लग गई है। सेना के सबसे बड़े हथियार डिपो में आग लगने से दो अधिकारियों और 15 जवानों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि आयुध डिपो में आग देर रात करीब डेढ़ बजे लगी। आग पर काबू पाने की कोशिशें देर रात से जारी है लेकिन बीच-बीच में हो रहे धमाकों की वजह से ऑपरेशन में परेशानी आ रही है।
मध्यप्रदेश के इंदौर स्थित शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवाईएच) में गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई जबकि एक छोटा बच्चा जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है।
जम्मू कश्मीर के रियासी जिले के कटरा शहर की त्रिकूटा पहाड़ियों के जंगलों में मंगलवार को भयंकर आग लग गई। आग पर काबू पाने के लिए बुधवार को वायुसेना के दो एमआई-17 हेलीकॉप्टरों को लगाया गया। त्रिकूटा पहाड़ियों पर ही माता वैष्णो देवी का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है।
दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के कविनगर थाना क्षेत्र के राजनगर में शनिवार को इंडिया मार्ट कंपनी के ऑफिस में भीषण आग लग गई। आग में झुलसकर कंपनी के तीन कर्मचारियों की मौत हो गई है।
बढ़ती उम्र के साथ त्वचा का रंग फीका और सख्त होने लगता है। त्वचा की कोमलता कम होने लगती है। इसकी वजह त्वचा में रक्त का प्रवाह कम होना है। मांसपेशियों और कोलेजन की कमी के कारण चेहरे का आकार बिगड़कर लटकने लगता है। परिणामस्वरूप त्वचा थकी और लटकी हुई दिखने लगती है और चेहरे का रंग भी फीका पड़ जाता है।