यह उनके समुदाय के लिए ऐतिहासिक क्षण था। कभी गुजर बसर के लिए भीख मांगने के लिए मजबूर जोइता मंडल अब लोक अदालत में जज बन गई हैं। जोइता के लिए यह मुकाम इसलिए भी खास है क्योंकि वह ट्रांसजेंडर हैं। लेकिन उनके लिए यह सफर इतना आसान नहीं था।
हाल ही में कोच्ची मेट्रो ने अपने स्टाफ में ट्रांसजेंडरों की नियुक्ति कर ऐतिहासिक काम किया था। अब कोच्चि में ही किन्नरों को खुशी मनाने का एक और मौका मिल रहा है।
यह ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों के लिए वाकई उपलब्धि है। कोच्ची मेट्रो ने 23 ट्रांसजेंडर्स को नौकरी दे दी है। पिछले साल खबरें आई थीं कि कोच्ची मेट्रो ट्रांसजेंडर्स को नौकरी दे सकता है। अब मेट्रो विभाग ने ऐसा कर दिखाया है। हाउसकीपिंग से लेकर टिकट काउंटर तक मेट्रो में ट्रासजेंडर कर्मचारी होंगे। ऐसा करने वाली कोच्ची मेट्रो पहली सरकारी कंपनी बन गई है।
युवा नेता जिग्नेश मेवाणी ने दलितों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ अावाज उठाने के लिए दलित संगठनाेें को अलवर से गुजरात तक यात्रा निकालने का सुझाव दिया है। देखना है वह खुद कब इस पर अमल करते हैं।
अल्पसंख्यक युवाओं की शिक्षा और कौशल विकास की दिशा में समग्र पहल नई मंजिल योजना को शुरू हुए एक वर्ष से अधिक समय गुजर गया है लेकिन चालू वित्त वर्ष में वित्तीय आवंटन किए जाने के बावजूद अब तक कोई धनराशि जारी नहीं की गई है।