बोको हराम समूह ने नाइजीरिया के पूर्वोत्तर इलाके में हुए दो अलग-अलग हमलों में 22 लड़कियों एवं महिलाओं को अगवा कर लिया। पहली घटना पुलिका गांव में जबकि दूसरी घटना दुम्बा गांव में हुई।
दिल्ली विश्वविद्यालय के लड़कियों के दो छात्रावासों ने होली पर उनके बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया है जिसे लेकर छात्राओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इस कदम को मनमाना करार दिया है।
साहित्य उत्सव या लिट फेस्ट अब स्कूल तक पहुंच गए हैं। अब तक इस तरह के उत्सव किसी शहर में बड़े साहित्यकारों के बीच ही होते थे। यह पहली बार है कि किसी स्कूल ने अपने यहां साहित्योत्सव आयोजित किया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने पतंजलि आयुर्वेद के 2 हजार करोड़ रुपये के प्रॉजेक्ट को मंजूरी दे दी है, जिसमें यमुना एक्सप्रेसवे पर 450 एकड़ में फैला फूड पार्क भी शामिल है। पतंजलि ग्रेटर नोएडा में 1,500 करोड़ रुपये की लागत से एग्रो-प्रॉसेसिंग प्लांट लगाने वाली है। इसके लिए 450 एकड़ जमीन को चिन्हित किया गया है जिसे पतंजलि आयुर्वेद खरीदेगी।
छत्तीसगढ़ के भाजपा शासन में मंत्री के बेटे ने नाच गाने का आयोजन किया। जिसमें मंत्री के बेटे ने नाच गान करने वाली लड़कियों के साथ खूब ठुमके लगाए और नोट बरसाए। क्षेत्र के थानेदार भी इस समारोह में शामिल हुए। उन्होंने भी नोट बरसाए और ठुमके लगाए। बाद मेंं मामलेे को तूल पकड़ता देख आनन-फानन में थानेदार को लाइन अटैच कर दिया गया। लेकिन मंत्री के बेटे पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई।
उड़ी हमले की पृष्ठभूमि में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पड़ोसी देश की 19 लड़कियां मंगलवार की रात चंडीगढ़ पहुंचीं। इन लड़कियों का मानना है कि जंग का यह अफसाना सिर्फ हमारी सरकारों और मीडिया तक सीमित है जबकि सरहद के दोनों तरफ की आवाम को अमन चाहिए।
सिंगापुर के जोसेफ स्कूलिंग ने 100 मीटर बटरफ्लाय तैराकी में तरणताल के शहंशाह माइकल फेल्प्स को हराकर बड़ा उलटफेर करने के साथ ही अपने देश को ओलंपिक में पहला स्वर्ण पदक दिलाया।
मध्यप्रदेश में भोपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलाजी में छात्राओं ने शुक्रवार को ड्रेस कोड और हॉस्टल की टााइमिंग को लेकर कॉलेज प्रशासन के खिलाफ हल्ला बोल प्रदर्शन किया। छात्राओं को उनके लिए बनाए गए ड्रेस कोड और हॉस्टल की टाइमिंग से दिक्कत हो रही है।
छत्तीसगढ़ में बालोद जिले के गांवों में लोगों ने स्थानीय प्रशासन की अनूठी मुहिम के तहत अपने घरों के बाहर अपनी बेटियों की नेमप्लेट लगाई है, ताकि लड़कियों की शिक्षा एवं समाज में उनकी पहचान को सशक्त बनाया जा सके।