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दिलीप कुमार ने जीता 11 साल पुराना केस, खुश नजर आईं सायरा

दिलीप कुमार ने जीता 11 साल पुराना केस, खुश नजर आईं सायरा

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार ने पिछले काफी सालों से चल रही अदालती लड़ाई जीत ली है। यह अदालती लड़ाई अभिनेता के मुंबई पाली हिल्स में स्थित प्रॉपर्टी को लेकर पिछले 11 साल से जारी थी।
राज्यसभा से इस्तीफा नहीं देंगे शरद यादव, कहा- मैं असली जेडीयू हूं

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नीतीश समर्थक केसी त्यागी ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर शरद यादव चुनाव आयोग को भी नहीं मानते तो वह उनके लिए सिर्फ अफसोस ही जाहिर कर सकते हैं।
नीतीश को अयोग्य करार देने की याचिका पर SC ने चुनाव आयोग से मांगा जवाब

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हत्या का यह मामला 26 साल पुराना है, जिसमें पंडारख थानाक्षेत्र में पड़ने वाले ढीबर गांव के रहने वाले अशोक सिंह ने नीतीश कुमार सहित कुछ अन्य लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
बेनामी संपत्ति मामला: मीसा और पति शैलेश के खिलाफ IT ने जारी किया फाइनल अटैचमेंट ऑर्डर

बेनामी संपत्ति मामला: मीसा और पति शैलेश के खिलाफ IT ने जारी किया फाइनल अटैचमेंट ऑर्डर

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। बेनामी संपत्ति मामले में आयकर विभाग ने उनकी बेटी मीसा भारती और दामाद शैलेश कुमार के खिलाफ फाइनल अटैचमेंट ऑर्डर जारी किया है।
नौसेना की छह महिला अफसर विश्व परिक्रमा के लिए रवाना, पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं

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गोवा के तट से शुरू हुआ ‘नाविका सागर परिक्रमा’ अभियान दुनिया के विभिन्न सागरों से होते हुए मार्च, 2018 में समाप्त होगा। यह पूरी यात्रा पांच चरणों में पूरी होगी।
जन्मदिन विशेष: राजीव भाटिया के अक्षय कुमार बनने तक के कुछ दिलचस्प किस्से

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1994 में अक्षय ने श्री देवी के साथ एक फिल्म की थी, 'मेरी बीवी का जवाब नहीं', लेकिन इसकी शूटिंग पूरी नहीं हो पाई थी और दस साल बाद इसे बिना क्लाइमैक्स के ही रिलीज कर दिया गया। अक्षय ने कॉफी विद करन के एक एपिसोड में यह बात बताई थी।
जेएनयू छात्र संघ चुनाव: लाल, भगवा और नीले में किसकी बढ़ेगी चमक, जानिए अहम बातें

जेएनयू छात्र संघ चुनाव: लाल, भगवा और नीले में किसकी बढ़ेगी चमक, जानिए अहम बातें

जेएनयू में वामपंथ को न मानने वालों के बीच एक ज़ुमला खासा मशहूर है कि देश भर के लेफ्टिस्टों को एक पिंजरे में बंद करने के लिए इंदिरा गाँधी ने जेएनयू बनाया। जेएनयू ही वो जगह है जहाँ (1969 से 2016 तक एक उदाहरण को छोड़कर जब 2001 में एबीवीपी के संदीप महापात्र कुछ वोटों से जीत गए थे) चुनाव दर चुनाव वामपंथ अपना किला सलामत रख सका है।
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