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'कुछ दिन तो गुजारो मध्य प्रदेश में'

'कुछ दिन तो गुजारो मध्य प्रदेश में'

इस समय देश में चारों ओर मध्यप्रदेश के व्यापम घोटाले को लेकर शोर है। कांग्रेस इसे लेकर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा कर रही है वहीं सरकार के आला नेता व्यापम को लेकर चुप हैं। मंगलवार को सोशल मीडिया पर भी #ShavrajYatra हैशटैग ट्रैंड करता रहा। इसे लेकर ट्वीट करने वालों ने तीखे कमेंटस् दिए।
अक्षय के परिजनों ने शिवराज की मदद ठुकराई

अक्षय के परिजनों ने शिवराज की मदद ठुकराई

मध्य प्रदेश के कुख्यात व्यावसायिक परीक्षा मंडल मामले की जांच करने मेघनगर (झाबुआ) गए दिवगंत पत्रकार अक्षय सिंह के परिवार वालों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मदद ठुकरा दी है। मुख्यमंत्री आज अक्षय के घर गए हुए थे। उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार से उनकी मौत के कारणों की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
व्यापमंः हाईकोर्ट ने टाला सीबीआई जांच का मामला

व्यापमंः हाईकोर्ट ने टाला सीबीआई जांच का मामला

व्यापमं घोटाले की सीबीआई जांच के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अर्जी पर हाईकोर्ट ने कोई आदेश नहीं दिया। हाईकोर्ट ने कहा कि जब इस मामले में पहले ही सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई जांच की अपील की जा चुकी है जिस पर नौ जुलाई को सुनवाई होनी है इसलिए इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही हाईकोर्ट अपना रूख तय करेगा। हाईकोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई 20 जुलाई को करेगा।
व्यापमः  फंसे शिवराज, सीबीआई जांच पर झुके

व्यापमः फंसे शिवराज, सीबीआई जांच पर झुके

घोटाले की जांच करने वालों से लेकर घोटाले में शामिल आरोपियों की मौतों के सिलसिले ने सीबीआई जांच की मांग को बल दिया, मुख्यमंत्री को भी बोलना पड़ा कि वह हाई कोर्ट को सीबीआई जांच के लिए लिखेंगे। इसके बाद मंगलवार को ही उन्होंने हाईकोर्ट के सामने इस बाबत अर्जी भी लगा दी कि मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए।
व्यापम घोटाले में एक के बाद एक मौत से बेचैनी

व्यापम घोटाले में एक के बाद एक मौत से बेचैनी

भाजपा के नवनियुक्त महासचिव एवं मध्यप्रदेश के नगर प्रशासन एवं विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने टीवी पत्रकार अक्षय सिंह की आदिवासी बहुल झाबुआ जिले में हुई मौत को कथित तौर पर मजाक में लेकर नया विवाद पैदा कर दिया है। कुछ दिन पहले भाजपा नेता बाबू लाल गौड़ के एक बेतुके बयान को लेकर काफी हंगामा हुआ।
मौत से पहले डॉ. शर्मा ने एसटीएफ को सौंपे 200 दस्‍तावेज!

मौत से पहले डॉ. शर्मा ने एसटीएफ को सौंपे 200 दस्‍तावेज!

व्‍यापामं घोटाले की जांच से जुड़े जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डाॅ. अरुण शर्मा की रहस्‍यमय हालत में मौत हो गई है। करीब एक साल पूर्व डीन भी इसी तरह संदिग्ध हालत में मृत पाए गए थे, जिसका राज आज तक नहीं खुला है। कहा जा रहा है कि डॉ. शर्मा ने दो दिन पहले ही व्‍यापमं से जुड़े 200 दस्‍तावेज एसटीएफ को सौंपे थे। एक दिन के अंदर व्‍यापमं से जुड़ी दो मौतों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
व्‍यापमं घोटाला: एक ही दिन दो आरोपियों की संदिग्ध मौत

व्‍यापमं घोटाला: एक ही दिन दो आरोपियों की संदिग्ध मौत

मध्य प्रदेश की राजनीति में तूफान खड़ा करने वाले व्यापमं घोटाले से जुड़े आरोपियों की संदिग्ध मौतों का सिलसिला जारी है। एक ही दिन के अंदर घोटाले से जुड़े दो और आरोपियों की मौत हो गई है। एक आरोपी इंदौर की सेंट्रल जेल में बंद था जबकि दूसरा ग्वालियर में जमानत पर था। दोनों की मौत रविवार को तकरीबन एक ही समय पर हुई है। इस तरह इस मामले में अब तक करीब 40 आरोपियों की मौत हो चुकी है।
व्यापमं घोटाले के 30 से ज्‍यादा आरोपियों की मौत: एसआईटी

व्यापमं घोटाले के 30 से ज्‍यादा आरोपियों की मौत: एसआईटी

मध्‍य प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल मचाने वाले व्‍यापमं घोटाले के 30 आरोपियों की मौत पर खड़े हो रहे हैं कई सवाल। जांच के दौरान एसटीएफ अब तक दो हजार से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है और अब भी 650 से अधिक आरोपी वांछित हैं।
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