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सर्वदलीय बैठक में नहीं निकला कोई नतीजा

सर्वदलीय बैठक में नहीं निकला कोई नतीजा

संसद सत्र सुचारू रूप से चले इसके लिए लोकसभा अध्यक्ष और संसदीय कार्यमंत्री की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला। भूमि अधिग्रहण मुद्दे पर गतिरोध बरकरार है, इसके अलावा ललित मोदी और व्यापमं घोटाले को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार को घेरने की पुरजोर कोशिश की लेकिन सरकार की ओर से इसका कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। विपक्षी दलों ने सत्र के दौरान सरकार को घेरने की तैयारी पूरी कर ली है।
चीन में 450 यात्रियों से भरा जहाज डूबा

चीन में 450 यात्रियों से भरा जहाज डूबा

चीन में हुबेई प्रांत में एशिया की सबसे लंबी नदी यांगत्सी में आए चक्रवात की चपेट में आने के बाद 450 से ज्यादा लोगों को लेकर जा रहे एक जहाज के डूबने से कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लापता हैं। उनकी तलाश के लिए बचावकर्ताओं को कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
कैबिनेट के निर्णय: फिर जारी होगा भूमि अध्यादेश

कैबिनेट के निर्णय: फिर जारी होगा भूमि अध्यादेश

भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहें ‌कि भूमि विधेयक उनके लिए जीवन मरण का प्रश्न नहीं है मगर केंद्रीय कैबिनेट ने शनिवार को फैसला लिया कि भूमि अध्यादेश फिर से जारी होगा। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को यह अध्यादेश फिर भेजा जाएगा।
विवादित मुद्दों पर रुख बदले चीनः मोदी

विवादित मुद्दों पर रुख बदले चीनः मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग और प्रधानमंत्री ली क्विंग से बातचीत में दोनों देशों के संबंधों में समस्या पैदा करने वाले मसलों को भी उठाया। इस दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चीन की ओर से बड़े पैमान पर निवेश पर उन्होंने चिंता जताई जबकि अरुणाचल प्रदेश के लोगों को चीन द्वारा नत्थी वीजा देने के संदर्भ में वीजा मसले पर ठोस प्रगति की उम्मीद चाही।
चीन का दौरा मील का पत्थर साबित होगा : प्रधानमंत्री

चीन का दौरा मील का पत्थर साबित होगा : प्रधानमंत्री

सीमा मुद्दे और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पीओके में चीन की आधारभूत परियोजनाओं जैसे परेशान करने वाले मुद्दों के बीच चीन की अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर जा रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कल चीनी नेतृत्व से मुलाकात कठिन चुनौती होगी हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई है कि यह एशिया के लिए नया मील का पत्थर साबित होगा।
चीन से संबंधों में लगाएं रेशमी गांठ

चीन से संबंधों में लगाएं रेशमी गांठ

भारत में कभी भी किसी प्रधानमंत्री ने अपनी पहली पारी में ही इतने कम समय में इतने अधिक देशों का दौरा नहीं किया जितना नरेंद्र मोदी ने पिछली मई से अब तक एक साल के वक्त में किया है। पूरी दुनिया के अपने दौरों में मोदी ने सभी बड़े नेताओं के सामने भारत को निवेश के लिहाज से आकर्षक जगह के रूप में पेश किया मगर इन सभी नेताओं से बातचीत में एक विषय जरूर उठा और वह ये कि हठधर्मी चीन से कैसे निपटा जाए।