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तीन तलाक:  SC के फैसले को अनुपम खेर ने सराहा, कहा- यह महिलाओं के मानवाधिकार की जीत

तीन तलाक: SC के फैसले को अनुपम खेर ने सराहा, कहा- यह महिलाओं के मानवाधिकार की जीत

सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले बॉलीवुड स्टार अनुपम खेर ने भी ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।
भाजपा सरकार और इंदु सरकार फिल्म के बीच क्या रिश्ता है

भाजपा सरकार और इंदु सरकार फिल्म के बीच क्या रिश्ता है

क्या इंदु सरकार फिल्म रीलिज होने का यह सबसे मुफीद वक्त है। फिल्म और राजनीति का रिश्ता पुराना है। राजनैतिक घटनाओं पर फिल्में बनती रही हैं और फिल्मी संवादों को बहुत बार संसद में दोहराया गया है। फिल्म का ट्रेलर देख कर लग रहा है कि कांग्रेस की सबसे सशक्त प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कई ऐतिहासिक फैसलों और कामों को छोड़कर सिर्फ आपातकाल के मुद्दे को दिखाना कहीं फिल्मों के जरिए राजनैतिक फायदा उठाना तो नहीं है। अब तक इस ट्रेलर को देख कर चुप्पी भी बहुत सी कहानियों को जन्म दे रही है।
अनुपम खेर बनेंगे द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर

अनुपम खेर बनेंगे द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर

अनुपम खेर ज्यादा बोलते हैं इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है कि वह लगभग चुप रहने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भूमिका नहीं निभा सकते। अनुपम अच्छे कलाकार हैं और उनका फिल्म से लेकर मौजूदा सरकार तक बराबर दखल है। शायद यही वजह है कि ऐन आम चुनाव से पहले एक घोर राजनैतिक फिल्म में पूर्व प्रधानंमत्री की भूमिका निभाएंगे।
कला रत्न पुरस्कार से सम्मानित होगें अनुपम खेर

कला रत्न पुरस्कार से सम्मानित होगें अनुपम खेर

उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी आज हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध अभिनेता अनुपम खेर को कला रत्न पुरस्कार से सम्मानित करेंगे। खेर से खुद इस खबर की पुष्टि की और अपने प्रंशसकों के साथ इस खबर को साझा किया है।
भाई-भतीजावाद पर चर्चा नहीं कर सकता : अनुपम खेर

भाई-भतीजावाद पर चर्चा नहीं कर सकता : अनुपम खेर

जाने-माने अभिनेता अनुपम खेर का कहना है कि वह भार्ई-भतीजावाद से जुड़ी बहस पर चर्चा नहीं करना चाहते हैं क्योंकि ऐसा करने पर यह संदेश जाएगा कि वह या तो करण जौहर का पक्ष ले रहे हैं या फिर कंगना रनौत का।
अनकही सी एमएस धोनी – द अनटोल्ड स्टोरी

अनकही सी एमएस धोनी – द अनटोल्ड स्टोरी

'एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी' फिल्म को सीधे-सीधे बायोपिक नहीं कहा जा सकता। इसमें सिर्फ महेंद्र सिंह के जीवन की कुछ घटनाएं हैं। नीरज पांडे ने हालांकि पूरी कोशिश की है कि यह एक अच्छी बायोपिक फिल्म लगे। पर कहीं-कहीं लगता है कि धोनी के जीवन की कुछ परतें खुलनी फिर भी बाकी रह गई हैं।
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