कश्मीर घाटी में हिंसा और झड़पों का दौर बीते 48 दिनों से जारी है। आतंकी बुरहान वानी के मसले के बाद हालात सामान्य नहीं हुए हैं। लिहाजा केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इस ओर अब अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। घाटी में एक ओर जहां बीएसएफ की तैनाती कर दी गई है, वहीं अमन और शांति की बहाली के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह श्रीनगर में हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि सरकार जम्मू और कश्मीर में सभी वर्ग के लोगों की शिकायतों को संविधान के अनुरूप दूर करने को तैयार है, लेकिन साथ ही स्पष्ट किया कि देश की अखंडता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। पीएम मोदी ने शनिवार को कश्मीर पर सर्वदलीय बैठक में पाकिस्तान के समर्थन वाले सीमा पार आतंकवाद को घाटी में अशांति की मूल वजह बताया। बैठक में कश्मीर में भाजपा की गठबंधन सहयोगी पीडीपी और विपक्षी दलों ने भी शिरकत की।
पाकिस्तान आए दिन कोई न कोई नई हरकत करते रहता हैै जिससे भारत के साथ उसके संबंधों को सुधारने की दिशा में झटका लगता है। अब पाकिस्तान कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों के द्वारा मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी को नायक की तरह पेश कर रहा है।
कश्मीर में तनाव के बीच सोमवार को कर्फ्यू का 31वां दिन रहा। यहां हिंसा की वारदातों में मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद कहा हैै कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के कार्यकाल में ली गई पहल को दोहराने की जरूरत है।
शुक्रवार को हुई झड़पों में घायल एक युवक की श्रीनगर के एक अस्पताल में मौत हो जाने से कश्मीर में मरने वालों का आंकड़ा 55 पहुंच गया। वहीं घाटी के कई हिस्सों में आज भी कर्फ्यू जारी है।
भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में जारी तनाव दक्षेस के गृह मंत्रियों के सम्मेलन में उस समय साफ तौर पर देखने को मिला, जब गृहमंत्री राजनाथ सिंह का गुरुवार को अपने पाकिस्तानी समकक्ष चौधरी निसार अली खान से आमना-सामना हुआ। दोनों नेताओं ने बमुश्किल ही एक-दूसरे से हाथ मिलाया।
सार्क देशों के गृहमंत्रियों के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह बुधवार शाम को पाकिस्तान पहुंचेे। इस्लामाबाद एयरपोर्ट से वो सीधे आंतरिक मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव आमीर एहमद से मिलने गए।पाकिस्तान में हाफिज सईद की धमकी के बाद राजनाथ की सुरक्षा में 200 कमांडो तैनात किए गए हैं।
कश्मीर घाटी में बुधवार को ताजा झड़पों में कई सुरक्षा कर्मियों समेत दर्जनों लोग घायल हो गए। इस बीच श्रीनगर में मंगलवार की रात पेलेट गन से एक युवक की मौत के बाद घाटी में जारी अशांति में मरने वालों की तादाद 51 पहुंच गई।
कश्मीर घाटी में हिंसा की वजह से पिछले कई दिनों से जारी कर्फ्यू शनिवार को हटा लिया गया। हालांकि श्रीनगर, अनंतनाग और पाम्पोर के कुछ हिस्सों में अभी भी कर्फ्यू जारी है। अलगाववादी समर्थित हड़ताल के कारण घाटी में जनजीवन अब भी अस्त-व्यस्त है।