उत्तर प्रदेश में गुंडाराज का खत्म करने के दावे के साथ आई योगी आदित्यनाथ की सरकार के सामने हिंसक घटनाएं नई चुनौती पेश कर रही है। खासतौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जिस तरह शोभा यात्रा के नाम पर निकलेे जुलूस उपद्रव का कारण बने रहे हैं, उसने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश का सहारनपुर जिला अब जुलूस, बवाल और दंगो के नाम से चर्चा में है। दूधली के बाद बड़गांव के सब्बीरपुर में जुलूस के नाम पर बवाल हुआ। इस तरह शोभायत्रा के नाम पर हो रही हिंसा और उपद्रव कई सवाल खड़े कर रहे हैं।
महाराणा प्रताप जयंती के मौके पर आज सहारनपुर में निकाली गई शोभा यात्रा को लेकर दो पक्षों में टकराव हो गया। जुलूस को लेकर शुरु हुए बवाल में एक युवक की मौत हो गई।
याेेेगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में बड़ा प्रशासनिक फेरदबल करते हुए 84 आईएएस, 54 आईपीएस और 9 पीसीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं। इनमें 38 जिलों के डीएम और 33 जिलों के पुलिस प्रमुख शामिल हैं। इससे पहले योगी सरकार करीब 60 आईएएस अधिकारियों का तबादला किया था!
जिन बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने अपना पूरा जीवन धार्मिक आडंबर और भेदभाव के खिलाफ संघर्ष में बीता दिया, उनकी शोभायात्रा के नाम भी सहारनपुर में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। मायावती ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश में विकास के बजाय भाजपा ने केवल सांप्रदायिक ताकतों को मजबूत करने का काम किया है।