लोगों का आरोप है कि बांध के चलते बेघर हुए लोगों के लिए सरकार कुछ नहीं कर रही है। विरोध प्रदर्शन में श्ाामिल एक व्यक्ति ने बताया कि ये सरकार शव के समान है, जो किसी की बात नहीं सुनती।
आमतौर पर जन आंदोलनों की तरफ ध्यान तभी जाता है जब कोई बड़ी हस्ती शामिल हो या कहीं हिंसा भड़क जाए। लेकिन पिछले दो हफ्ते से राजस्थान के शेखावाटी में फैला किसान आंदोलन न सिर्फ शांतिपूर्ण है बल्कि अपने मुद्दों और मकसद पर कायम भी है।
मृगेन पटेल ने लिखा कि जेएनयू के कुलपति परिसर में टैंक रखवाने की बात कर रहे हैं तो माखन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता वि.वि. के कुलपति परिसर में गौशाला बनवा रहे हैं।
भोपाल के यूनियन कार्बाइड कारखाने से दो और तीन दिसंबर 1984 के बीच की रात को जहरीली गैस रिसने से करीब 15,000 लोगों की मौत हो गयी थी और लाखों लोग प्रभावित हुए थे।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार से अपनी संसदीय पारी की शुरुआत कर दी है। आज उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता ग्रहण की।
अमित शाह ने कहा कि हमारी पार्टी में 75 पार नेताओं को चुनाव लड़ने से रोकने की कोई परंपरा अभी नही हैं। मंत्रिमंडल में किसे रखना है और किसे नहीं, यह फैसला मुख्यमंत्री का होता है।