चीन अब समुद्र में भी विश्व की महाशक्ति बनना चहाता है। इसके लिए वो बड़े पैमाने पर अपनी नौसेनिक क्षमता को बढ़ा रहा है। अब उसने नई पीढ़ी के 10 हजार टन वजनी विध्वंशक युद्धपोत का निर्माण शुरू किया है। घरेलू डिजाइन पर आधारित यह युद्धपोत शंघाई के जियांगन शिपयार्ड समूह में बनाया जा रहा है।
एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में ताइवान की तरफ से गलती से चीन की ओर एक पोत रोधी सुपरसोनिक मिसाइल दागने का मामला सामने आया है। हालांकि 75 किमी की दूरी तय करने के बाद मिसाइल ताइवान समुद्री क्षेत्र में ही गिर गया। यह घटना चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की 95वीं वर्षगांठ के अवसर पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा ताइवान की स्वतंत्रता का विरोध किए जाने के बीच सामने आई है।