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सुधारों पर बीसीसीआई के रुख से सुप्रीम कोर्ट नाराज, कल देगा आदेश

सुधारों पर बीसीसीआई के रुख से सुप्रीम कोर्ट नाराज, कल देगा आदेश

देश में क्रिकेट के सुधार के लिए न्यायमूर्ति आरएम लोढ़ा समिति के निर्देशों को लागू करने में बागी तेवर अपनाने और राज्य संगठनों को जल्दबाजी में करीब 400 करोड़ रूपये बांटने को लेकर भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) को आज उच्चतम न्यायालय की नाराजगी का सामना करना पड़ा।
अखिलेश को चाचा का झटका, मुख्तार की पार्टी का हुआ सपा में विलय

अखिलेश को चाचा का झटका, मुख्तार की पार्टी का हुआ सपा में विलय

उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल (कौएद) का विलय हो गया है। सपा के प्रान्तीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने आज दावा किया कि पार्टी में कौएद का विलय पहले ही हो चुका है और इसे लेकर पार्टी में कोई मतभेद नहीं है।
आर्थिक सुधार के साथ कई उपलब्धियां थीं राव की, पार्टी ने उन्हें नीचा दिखाया: बारू

आर्थिक सुधार के साथ कई उपलब्धियां थीं राव की, पार्टी ने उन्हें नीचा दिखाया: बारू

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रह चुके संजय बारू का मानना है कि कई बड़ी उपलब्धियों के बावजूद पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव को उनकी ही पार्टी ने नीचा दिखाया है।
दिग्‍गी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगानेे वाले भाजपा नेताओं का 18 साल बाद यू टर्न

दिग्‍गी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगानेे वाले भाजपा नेताओं का 18 साल बाद यू टर्न

18 साल पहले कांग्रेस महासचिव व मध्‍यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को मिस्टर बंटाधार कहते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले प्रदेश के दो भाजपा नेताओं ने इस पूरे मसले पर अब यू टर्न ले लिया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता व सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा और पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा ने अदालत को लिखकर दिया है कि दिग्विजय सिंह ने भ्रष्टाचार नहीं किया। वे ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ हैं। अदालत में इस स्वीकारोक्ति के बाद दिग्विजय ने दोनों नेताओं के खिला‌फ मानहानि का केस वापस ले लिया है।
मुद्दाविहीन विपक्ष विकास पर कोई बात नहीं करना चाहता: अखिलेश

मुद्दाविहीन विपक्ष विकास पर कोई बात नहीं करना चाहता: अखिलेश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विपक्ष को मुद्दाविहीन बताते हुए कहा कि कुछ ताकतें विकास पर बहस करने के बजाय चीजों को गलत तरफ ले जाना चाहती हैं।
गहलोत बोले, दिग्‍विजय एमपी पर ध्यान दिए होतेे तो वहां कांग्रेस मजबूत रहती

गहलोत बोले, दिग्‍विजय एमपी पर ध्यान दिए होतेे तो वहां कांग्रेस मजबूत रहती

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने पार्टी सहयोगी दिग्विजय सिंह पर पलटवार करते हुये सोमवार को कहा कि अगर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्राी ने राज्य के मामलों पर ध्यान केंद्रित किया होता तो वहां पार्टी मजबूत स्थिति में होती।
मार्कंडेय काटजू की नजर में अब गांधी फ्राड और पाखंडी

मार्कंडेय काटजू की नजर में अब गांधी फ्राड और पाखंडी

अपने विवादित बयानों के लिए चर्चित रहने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्केंडय काटजू ने गांधी जंयती पर महात्मा गांधी को लेकर वैचारिक हमला किया है। काटजू ने गांधी को फ्राड और पाखंडी बताया है। उन्‍होंने कहा है कि गांधी की वजह से देश को आजादी नहीं मिली है। फेसबुक पर काटजू ने पोस्ट में लिखा- कौन सही है- गांधी या भगत सिंह और सूर्य सेन? काटजू ने लिखा- जब 1938 में इंग्लैंड के प्रधानमंत्री नेविले चेम्बरलिन जर्मनी से म्यूनिख समझौता करके लौटे थे तो विपक्ष के नेता विस्टन चर्चिल ने कहा था कि आपके पास युद्ध या अपमान में से विकल्प चुनने का अधिकार है और आपने अपमान चुना।
पंजाब: प्रधानमंत्री के नाम उर्दू में संदेश लिखे बैलून मिले, जांच जारी

पंजाब: प्रधानमंत्री के नाम उर्दू में संदेश लिखे बैलून मिले, जांच जारी

पंजाब के दीनानगर के घेसल गांव में दो बैलून मिले हैं, जिन पर कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से उर्दू में एक संदेश लिखा हुआ है। गौरतलब है कि दीनानगर में पिछले वर्ष आतंकी हमला हुआ था।
पूर्व क्रिकेटरों ने खोले कई राज, पुराने किस्से किये बयां

पूर्व क्रिकेटरों ने खोले कई राज, पुराने किस्से किये बयां

सचिन तेंदुलकर के अलमारी से जुड़े रहस्य, नवजोत सिंह सिद्धू और अजय जडेजा की मैदान से बाहर की आदतों जैसे कई किस्से आज यहां ईडन गार्डन्स पर टाक शो के दौरान पूर्व क्रिकेटरों ने बयां किये। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने खुलासा किया कि बल्लेबाजी के बादशाह तेंदुलकर जब खेला करते थे तो वह केवल बल्लेबाजी और खरीदारी करते थे।
अनकही सी एमएस धोनी – द अनटोल्ड स्टोरी

अनकही सी एमएस धोनी – द अनटोल्ड स्टोरी

'एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी' फिल्म को सीधे-सीधे बायोपिक नहीं कहा जा सकता। इसमें सिर्फ महेंद्र सिंह के जीवन की कुछ घटनाएं हैं। नीरज पांडे ने हालांकि पूरी कोशिश की है कि यह एक अच्छी बायोपिक फिल्म लगे। पर कहीं-कहीं लगता है कि धोनी के जीवन की कुछ परतें खुलनी फिर भी बाकी रह गई हैं।
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