असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई इस बार वोट मांग नहीं रहे बल्कि दे रहे हैं। संगीत के एक टीवी इंडियन आइडल जूनियर सीजन – 2 में असम से एक प्रतिस्पर्धी नाहिद आफरीन के लिए गोगोई ने वोट किया।
लोकसभा में सोमवार को उस समय अजिबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब विपक्ष के एक सदस्य ने अध्यक्ष के आसन पर ही एक प्रकार से हमला कर दिया। घटना उस समय हुई जब सदन में अध्यक्ष के आसन के निकट आकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग कर रहे कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने हाथ में ली हुई तख्ती को अध्यक्ष की मेज पर जोर से पटक दिया। इसके बाद हुए शोरशराबे की वजह से सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई।
बिहार की मधेपुरा सीट से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव राष्ट्रीय जनता दल से चुनाव जीते थे लेकिन उनकी पत्नी रंजीत रंजन कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर सुपौल संसदीय सीट से सांसद बनीं। अलग-अलग दलों से चुुनाव जीतने को लेकर उस समय तो सरगर्मी तेज रही लेकिन अब सियासी गलियारे में चर्चा तेज है कि आखिर इन पति-पत्नी की अब मंशा क्या है?
सुप्रीम कोर्ट ने बैंक पीओ प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाले जाट आवेदकों की उस अपील को आज खारिज कर दिया जिसमें इन आवेदकों ने ओबीसी आरक्षण की मांग की थी। इन आवेदकों ने जाट आरक्षण को सर्वोच्च अदालत द्वारा रद्द कर दिए जाने से पहले ओबीसी श्रेणी में बैंक पीओ प्रवेश परीक्षा के अलग-अलग स्तर पर सफलता हासिल कर ली थी मगर आरक्षण रद्द हो जाने के कारण इन्हें अंतिम रूप से नौकरी नहीं दी गई।
यह किस्सों का संकलन है। मुजफ्फरपुर बिहार में तवायफों की एक 100 साल से पुरानी बस्ती है चतुर्भुज स्थान, जो बहुत प्रसिद्ध रहा है। उसके 100 साल के इतिहास को जानने-समझने की एक विनम्र कोशिश है यह किताब। इसमें उनके उत्थान के किस्से हैं, उनके पतन की नजीरें हैं।
कोठागोई का एक उद्देश्य है आज की पीढ़ी का परिचय कोठों की उस संस्कृति से करवाना जो कभी तहजीब का केंद्र होता था, बाद में उसका रूप, उसकी पहचान बदलती गई। इसमें उन किरदारों के सुख हैं, दुःख हैं, गीत है, संगीत है जिनको न इतिहास ने याद किया न संस्कृति के अलंबरदारों ने।
इस किताब का प्रकाशन वाणी प्रकाशन से हो रहा है।
महाराणा प्रताप अचानक देश की राजनीति में महत्वपूर्ण हो गए हैं। तभी तो उनकी जयंती को पूरे देश में राष्ट्रीय स्वाभिमान दिवस के रूप में मनाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। इस मांग को लेकर देश भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है और बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक एवं तेलंगाना में यह अभियान जोरों पर है।
केंद्र पर अपने हमले जारी रखते हुए असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वह बांग्लादेश के साथ भूमि सीमा समझौते (एलबीए) के दायरे से असम को बाहर करने का प्रस्ताव कर राजनीतिक फायदे की खातिर दोहरा रवैया अपना रहे हैं।