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कुंबले को नहीं उनका विरोध करने वालों को होना चाहिए बाहर: सुनील गावस्कर

कुंबले को नहीं उनका विरोध करने वालों को होना चाहिए बाहर: सुनील गावस्कर

अनिल कुंबले के इस्तीफे के बाद भी टीम इंडिया में विवाद थम नहीं रहा है। सुनील गावस्कर के बाद शूटर अभिनव बिंद्रा और बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने भी इस विवाद को लेकर ट्वीट किया है।
फादर्स डे: शहीद बेटे के पिता ने कहा, ‘अगर सरकार में दम होता तो हम नहीं खोते अपने बच्चे’

फादर्स डे: शहीद बेटे के पिता ने कहा, ‘अगर सरकार में दम होता तो हम नहीं खोते अपने बच्चे’

एक तरफ जहां लोग फादर्स डे मना रहे हैं वहीं भारतीय सेना के शहीद जवान लांस नायक बख्तावर सिंह कै पिता अपने बेटे को खोने का गम मना रहे हैं। शहीद के पिता ने कहा कि अगर सरकार में दम होता तो हम अपने बच्चे नहीं खोते। उन्होंने कहा कि यह सब सरकार की आलसीपन की वजह से हो रहा है।
लालू की सेवा में बेटे ने घर पर तैनात की डॉक्टर्स की टीम

लालू की सेवा में बेटे ने घर पर तैनात की डॉक्टर्स की टीम

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव एक बार फिर विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। इस बार मामला कुछ और नहीं बल्कि सरकारी डॉक्टर्स की टीम का लालू के घर पर तैनात किया जाना है।
बीसीसीआई को नए कोच की तलाश, कुंबले के कार्यकाल को लेकर असमंजस

बीसीसीआई को नए कोच की तलाश, कुंबले के कार्यकाल को लेकर असमंजस

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को मुख्य कोच के पद के लिये आवेदन मंगवाए हैं। इससे मुख्य कोच अनिल कुंबले को संकेत मिल गया कि चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद खत्म हो रहे उनके मौजूदा कार्यकाल का स्वत: विस्तार नहीं होगा।
गदर के आगे कुछ भी नहीं बाहुबली

गदर के आगे कुछ भी नहीं बाहुबली

बाहुबली 2 भले ही कमाई के बॉक्स ऑफिस पर रेकॉर्ड तोड़ती रहे लेकिन गदर निर्देशित करने वाले अनिल शर्मा इसे शिगूफे से ज्यादा कुछ नहीं मानते। उनका मानना है कि भले ही बाहुबली ने पंद्रह सौ करोड़ रुपये का बिजनेस कर लिया हो लेकिन गदर का कोई मुकाबला नहीं।
वंदना शिवा का दावा, अनिल दवे जीएम के पक्ष में नहीं थे

वंदना शिवा का दावा, अनिल दवे जीएम के पक्ष में नहीं थे

पिछले दिनों दिवंगत पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे भारत में जेनेटिकली मोडिफाइड (जीएम) सरसों के विरोध में थे। यह दावा पर्यावरणविद वंदना शिवा ने किया है।
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का निधन

केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का निधन

केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का गुरुवार को दिल्ली के एम्स में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे। मध्य‍ प्रदेश के रहने वाले दवे 60 वर्ष के थे। संघ से जुड़े दवे को पिछले मंत्रिमंडल विस्तार में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट में जगह दी थी।
काम के प्रति समर्पण और सादा जीवन थी अनिल दवे की खासियत

काम के प्रति समर्पण और सादा जीवन थी अनिल दवे की खासियत

काम के प्रति समर्पण और सादा जीवन अनिल माधव दवे की खासियत रही है। पर्यावरण संरक्षण में उन्होंने अपना सबकुछ अर्पित कर दिया था। इसी वजह से पीएम नरेंद्र मोदी ने कै‍बिनेट में जगह देकर उन्हेंने पर्यावरण को और बेहतर करने का जिम्मा दिया था। दवे ने मां नर्मदा की काफी सेवा की। नर्मदा के संरक्षण में उनकी उल्लेेखनीय भूमिका, उनके सामाजिक सरोकार की व्यांख्या करती है। मुस्कान के साथ सरल छवि वाले दवे पूरी तरह से कर्मयोगी थे।
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