आरबीआई ने चलन से बाहर किए गए उच्च मूल्य के पुराने नोट बदलने के वास्ते प्रवासी भारतीयों सहित उन लोगों के लिए कुछ अन्य शर्तें जारी की जो 30 दिसंबर तक ऐसा करने में असफल रहे थे।
वित्त मंत्री अरुण जेटली की माने तो नोटबंदी के बाद अर्थव्यवस्था को कोई नुकसान नहीं हुआ है। वित्त मंत्री ने जो आंकड़े पेश किए उसके हिसाब से नोटबंदी के बाद राजस्व बढ़ा है। वित्त मंत्री ने ये भी कहा है कि कई क्षेत्रों में कारोबार भी बढ़ा है और खेती को भी कोई नुकसान नहीं हुआ है।
कांग्रेस ने गुरुवार को मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब नववर्ष की पूर्वसंध्या पर बोलें तो उन्हें नोटबंदी के कारण जनता को हुई परेशानियों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। पार्टी ने छह जनवरी से देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का एेलान किया।
शिवसेना ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि मध्यम वर्ग को परेशान कर देने वाले नोटबंदी के कदम की तरह कहीं बेनामी संपत्तियों का कानून आम आदमी को चोट न पहुंचा दे।
बड़े काॅरपोरेट घरानों और अमीर लोगों की मदद करने के राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार गरीबों के लिए काम करने को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने जोर देकर यह भी कहा कि नोटबंदी से एक ही झटके में काला धन, आतंकवादियों को मिलने वाले पैसे और मानव एवं ड्रग्स तस्करी पर चोट पड़ी है।
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में रुपये निकालने के लिये बैंक के आगे कतार में खड़े एक बुजुर्ग की ग़श खाकर गिरने से मृत्यु हो गयी। नोटबंदी के करीब 48 दिनों बाद भी देश में हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। बैंकों और एटीएम के बाहर लगी कतारेंं इसकी गवाही दे रही हैं।
नोटबंदी पर विपक्षी दलों की एकता को कायम रखने की कांग्रेस की कोशिशों को झटका लगा है। विपक्षी दलों की 27 दिसंबर को बैठक के बाद अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए भेजे गए निमंत्रण पर वामदलों व नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड ने असमर्थता जताई। शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने भी इसमें भाग लेने से इनकार किया है।
गुजरात में सूरत के अरबपति चाय बेचने वाले भजियावालाके बारे में सीबीआई ने खुलासा किया है। सीबीआई ने कहा कि नोटबंदी के बाद किशोर भजियावाला ने कालेधन को सफेद करने के लिए 700 लोगों का इस्तेमाल किया था।
नोटबंदी के बाद बदलते राजनीतिक हालात को अपने पक्ष में करने की कोशिश में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 27 दिसंंबर को विपक्षी दलोंं की एक बैठक बुलाई है। सोनिया गांधी ने नोटबंदी के बाद विपक्षी एकता को और धारदार करने की दिशा में यह पहल खुद अपने स्तर पर शुरू की है। मीटिंग के बाद सभी दल संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने और सुधारों को आगे बढ़ाने का संकेत देते हुये आज कहा कि उनकी सरकार राष्ट्रहित में कठिन फैसले लेने से नहीं हिचकिचायेगी, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नोटबंदी कुछ समय की परेशानी है।