सनी लियोन के साथ तो वही बात रहती है कि वह आह भी भर लें तो उनकी चर्चा शुरू हो जाती है। बॉलीवुड में जाना पहचना नाम बन चुकी सनी इस बार चायना की सुपर गर्ल बन गई हैं।
गोवा फिल्म उत्सव की राह बेसब्री से देखी जाती है। पूरी दुनिया की बेहतरीन फिल्में, मंजे हुए निर्देशक, देश-विदेश के नामी कलाकारों के बीच सीखने को आतुर युवा, फिल्मी दुनिया में नाम कमाने की हसरत लिए हुए लेखक, अभिनेता भी यहां जुटते हैं। इस बार इस आउटलुक के लिए एक फिल्म निर्देशक के नजरिये से देश के सबसे बड़े फिल्म उत्सव का लेखा-जोखा।
देश में पहली बार अशक्त लोगों के लिए अंतरराष्ट्रीय फिल्म उत्सव का आयोजन हो रहा है। इस आयोजन को भारत सरकार का सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय करा रहा है।
इम्तियाज अली की नई फिल्म की सामग्री
. बेसिक आइडिया थ्री इडियट
. कुछ सीन जवानी दीवानी
. सजावट के लिए रब ने बना दी जोड़ी के कुछ कतरे।
अब थ्री इडियट के आइडिए को पहले फैला लें। जवानी दीवानी के सीन उसमें डालें और खिचड़ी पका कर रब ने बना दी जोड़ी से सजा कर दर्शकों के सामने परोस दें।
नोट – खिचड़ी के स्वाद की चिंता न करें क्योंकि बहुत से फुर्सतिए हैं जो सप्ताहंत में टिकट के पैसे खर्च करेंगे, बहुत से जोड़े हैं जो कहां बैठे की समस्या हल करने को थिएटर चले आएंगे।
फिल्म निर्माता अनुराग बसु ने कहा है कि वह सलमान खान जैसे एक बोरिंग अभिनेता के साथ काम करने की बजाय जोखिम लेने वाले रणबीर कपूर के साथ काम करना पसंद करेंगे। बसु अपनी आगामी फिल्म जग्गा जासूस के लिए रणबीर के साथ काम कर रहे हैं और बॉक्स आफिस पर अभिनेता के खराब प्रदर्शन से वह जरा भी विचलित नहीं हैं। बर्फी में रणबीर को पहले निर्देशित कर चुके बसु ने कहा कि वह रणबीर की प्रयोगात्मक प्रकृति के प्रशसंक हैं।
वैसे तो फिल्मी सितारों को अच्छा लगता है कि उनके प्रशंसक उनके प्रति दीवानगी दिखाएं। यदि प्रशंसकों में कोई मुख्यमंत्री हो तो फिर कहना ही क्या। नए जमाने में दीवानगी दिखाने का एक ही तरीका सबसे मुफीद है, सेल्फी लेना। लेकिन एक सेल्फी करीना कपूर को पसंद नहीं आई।
मुख्यधारा के कलाकारों कंगना रणौत, राजकुमार राव, आलिया भट्ट और सिद्धार्थ मल्होत्रा ने 17वें जियो मामी मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में शिरकत करते हुए इस आयोजन के प्रति अपना समर्थन जताया। यह आयोजन स्वतंत्र फिल्मकारों को अपना काम दिखाने के लिए मंच उपलब्ध करवाता है।
दीपिका फिल्मों के मामले में भले ही चूजी न हों पर प्यार के मामले में वह न सिर्फ चूजी है बल्कि थोड़ी कनफ्यूज भी। उन्हें न रणवीर चाहिए न रणबीर। उनकी पसंद तो शाहरूख खान है।
लगता है शाहिद कपूर को अंदाजा नहीं है कि शादी के बाद खर्चे बढ़ जाते हैं। इस बात का अंदाजा होते ही वह सिर्फ बढ़िया काम करना चाहेंगे, ‘शानदार’ के चक्कर में नहीं पड़ेंगे।