महागठबंधन से जदयू के अलग होने के बाद बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोलते दिख रहे हैं। अब तेजस्वी ने नीतीश को कहा, “नीतीश जी अब पीएम के ‘मन की बात’ को ध्यान से सुनेंगे।”
देश की जनता से सीधा संवाद स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर महीने होने वाले रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ से ऑल इंडिया रेडियो पिछले दो सालों में मालामाल हो गया है। उसने इस प्रोग्राम से करीब 10 करोड़ रुपये कमाए हैं ।
सभी किसानों की कर्जा माफी और फसल का न्यूनतम समर्थम मूल्य (एसएमपी) के मुद्दों पर देशभर के किसानों में अलख जगाने के लिए मध्यप्रदेश के मंदसौर से छह जुलाई को जनजागृति यात्रा निकाली जाएगी और यह यात्रा दो अक्तूबर को महात्मा गांधी के किसान आंदोलन की सौवीं वर्षगांठ पर बिहार के चंपारण में समाप्त होगी। यह फैसला शुक्रवार को दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में जुटे करीब 130 किसान संगठनों ने सर्वसम्मति से लिया। इस यात्रा को अंजाम देने के लिए अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति का गठन किया गया है। इतनी बड़ी संख्या में किसानों के संगठन का एकसाथ जुटना किसान एकता की दिशा में एतिहासिक कदम माना जा रहा है। समजा जाता है कि किसानों की इस तरह एकजुटता लंबे अर्से बाद दिखाई दी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 28 मई के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि लोकतंत्र में सरकारें जवाबदेह होती हैं उनको जनता-जनार्दन को हिसाब देना चाहिए। उन्होंने कहा, "मेरी सरकार के तीन साल पूरे होने पर कई तरह के सर्वे और ओपीनियन पोल आए हैं। कहीं तारीफ हुई है तो कहीं आलोचना। लेकिन हमारे लिए सभी महत्वपूर्ण हैं। हमारे 3 साल के काम को हर कसौटी में कसा गया है।"
रेडियो कार्यक्रम मन की बात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर लोगों को संबोधित किया। आज के कार्यक्रम में उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए इस बार छुट्टियों में कुछ नया करने और समाज में योगदान देने की बात कही।
आकाशवाणी पर मन की बात में की गई टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संवेदनहीन करार देते हुए उन पर निशाना साधा और कहा कि वह उस समय नकदरहित लेनदेन वाले समाज की दिशा में बढ़ने की बात कर रहे हैं जब देश की बहुत कम आबादी प्लास्टिक मनी का इस्तेमाल कर रही है।