पीएम नरेंद्र मोदी की स्विटजरलैंड यात्रा से पहले वहां के प्रशासन ने ललित मोदी और उनकी पत्नी मिनाल को जांच के घेरे में ले लिया है। स्विटजरलैंड की सरकार ने ललित मोदी और उनकी पत्नी का नाम उन लोगों में शामिल किया है, जिनके बारे में भारतीय अधिकारियों ने वहां के कर विभाग से जानकारी मांगी है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व आयुक्त ललित मोदी के प्रत्यर्पण के लिए केंद्र सरकार से पहल करने का आग्रह किया है, जिसकी कानूनी समीक्षा की जा रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सचिव राजेंद्र कुमार के ठिकानों और दफ्तरों पर छापे के बाद आम आदमी पार्टी (आप) सरकार अचानक केंद्र सरकार के खिलाफ सक्रिय हो उठी है। आज वह केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ जितने भी आरोप लगा रही है, उस पर आउटलुक ने पहले ही कवर स्टोरी (1-15 जुलाई) ‘अब जेटली की बारी’ प्रकाशित किया था। ये सभी आरोप भाजपा के ही सांसद कीर्ति आजाद एक अरसे से लगाते आ रहे हैं। डीडीसीए के घपले और अरुण जेटली के कनेक्शन का सच क्या है, इस खबर से स्पष्ट हो जाएगा।
भारतीय पुरुष हॉकी ने जबर्दस्त वापसी करते हुए दूसरे टेस्ट में न्यूजीलैंड को 3-1 से हराकर शृंखला में बराबरी कर ली है। चार मैचों की शृंखला में दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर आ गई हैं।
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर आईपीएल टीम की निविदाओं के फेरबदल को लेकर बड़ा हमला बोला है। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने दस्तावेजों के साथ कहा कि नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब आईपीएल की बोलियों में एकतरफा शर्तें रखवाने का काम किया। गौरतलब है कि मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे उस समय वे गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष और अमित शाह उपाध्यक्ष थे।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा ललित मोदी प्रकरण को लेकर संसद में दिए गए भाषण के बाद कांग्रेस ने पलटवार किया है। कांग्रेस की ओर से बाकायदा ललित मोदी के सैर सपाटे की तस्वीरें जारी की गई हैं जो 1 अगस्त 2014 से 13 जून 2015 तक है। इन तस्वीरों को जारी करके कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि जिस व्यक्ति की मदद की गई है वह ऐश कर रहा है।
येचुरी ने भाजपा पर दोहरे मानदंड का आरोप लगाते हुए विपक्ष में रहने के दौरान भाजपा के कई उदाहरण गिनाए जब उसने ए राजा, दयानिधि मारन, शशि थरूर, पी के बंसल, अश्वनि कुमार और के नटवर सिंह जैसे संप्रग सरकार के मंत्रियों के इस्तीफे की मांग को लेकर संसद नहीं चलने दिया था।
लोकसभा में सोमवार को उस समय अजिबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब विपक्ष के एक सदस्य ने अध्यक्ष के आसन पर ही एक प्रकार से हमला कर दिया। घटना उस समय हुई जब सदन में अध्यक्ष के आसन के निकट आकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग कर रहे कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने हाथ में ली हुई तख्ती को अध्यक्ष की मेज पर जोर से पटक दिया। इसके बाद हुए शोरशराबे की वजह से सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई।
मंगलवार से शुरू हो रहे संसद सत्र में विपक्ष के बिखराव का लाभ लेने की फिराक में सरकार जुट गई है। हालांकि भूमि अधिग्रहण जैसे मुद्दे पर ज्यादातर विपक्षी पार्टियां एकजुट हैं लेकिन अन्य मुद्दों पर कुछ दल चुप्पी साधकर सरकार का साथ दे सकते हैं।