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Search Result : "lawyer Vijay Mishra"

देश छोड़ चुके हैं विजय माल्या, एजी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया

देश छोड़ चुके हैं विजय माल्या, एजी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया

करोडों रुपये का कर्ज लेने के कारण उद्योग‌पति विजय माल्या को बैंकों के नोटिस पर अटार्नी जनरल ने बुधवार को उच्चतम न्यायालय को बताया कि वह 2 मार्च को ही देश छोड़ चुके हैं। बैंकों ने कर्ज की वसूली के लिए शीर्ष अदालत से यूनाइटेड बेवरीज के मालिक विजय माल्या का पासपोर्ट जब्त करने की अपील की थी।
चर्चाः चोर से कहो चोरी करो, सरकार से कहो पकड़ाे। आलोक मेहता

चर्चाः चोर से कहो चोरी करो, सरकार से कहो पकड़ाे। आलोक मेहता

कुख्यात अपराधी दाऊद इब्रािहम या क्रिकेट के बदनाम बादशाह ललित मोदी को वर्षों के आरोपों के बावजूद आज तक भारत नहीं लाया जा सका। अब 17 भारतीय राष्ट्रीयकृत बैंकों को हजारों करोड़ का चूना लगाकर रंगीले बिजनेस किंग राजनेता विजय माल्या भारत सरकार की आंख-कान-नाक के नीचे से देश छोड़कर भाग गए।
तेरे बिन ही ठीक थे लादेन

तेरे बिन ही ठीक थे लादेन

इस फिल्म का सीक्वेल देखने के बाद इच्छा होती है कि संविधान में संशोधन कर एक नियम डाला जाए कि पकाऊ सीक्वेल बनाने पर सजा का प्रावधान हो।
गांधी: बस नाम ही बाकी है

गांधी: बस नाम ही बाकी है

राष्ट्रपिता के रूप में ख्याति पाने वाले शख्स के नाम पर पूरे भारत में ढेरों संस्थाएं हैं, जिनका बस 'नाम’ ही बाकी रह गया है
खिड़कियां थिएटर उत्सव

खिड़कियां थिएटर उत्सव

मुंबई में खिड़कियां थिएटर उत्सव की धूम रहती है। रंगमंच के कलाकारों के साथ बॉलीवुड के सितारे में इसमें शामिल होना गर्व समझते हैं।
रामदरश मिश्र की कहानी - साढ़ेसाती

रामदरश मिश्र की कहानी - साढ़ेसाती

सन 1951 में पहला काव्य संग्रह पथ के गीत का प्रकाशन। तब से निरंतर रचना कर्म में सक्रीय। आग की हंसी के लिए सन 2015 का साहित्य अकादमी सम्मान। कविता, उपन्यास, कहानी, ललित निबंध, आत्मकथा, आलोचना, यात्रावृत्तांत, डायरी, समीक्षा, संस्मरण आदि सभी विधाओं में लेखन। दयावती मोदी कवि शेखर सम्मान, शलाका सम्मान, महापंडित राहुल सांकृत्यायन सम्मान, व्यास सम्मान सहित कई पुरस्कार एवं सम्मान।
ये फिल्में भी जरूर देखें

ये फिल्में भी जरूर देखें

“भारतीय और विश्व सिनेमा ऐसा समुद्र है जिसमें जितने गोते लगाए जाएं, डूबते ही जाते हैं। हर साल पूरे विश्व में हजारों की संख्या में फिल्में बनती हैं, कुछ हिट होती है कुछ फ्लॉप और कुछ समय पर अंकित हो जाती है। कोई फिल्म फ्लॉप है इसका मतलब यह नहीं कि उसमें कुछ नहीं था। कभी-कभी फिल्में नहीं चलतीं और दर्शकों के दिल पर छाप छोड़ जाती हैं। कुछ खास फिल्मों की सूची आउटलुक के लिए लेखक और आलोचक अनुपमा चोपड़ा, लेखक और फिल्म इतिहासकार जय अर्जुन सिंह, फिल्मकार और आलोचक श्रीनिवास भाष्यम और फिल्म निर्देशक श्रीराम राघवन ने बनाई है। इन फिल्मों को जरूर देखिए। यह फिल्म सूची की पहली किस्त है। जानिए दूसरी किस्त में कुछ और खास फिल्में”
मैं काल्पनिक नहीं प्रामाणिक पर भरोसा करता हूं-रामदरश मिश्र

मैं काल्पनिक नहीं प्रामाणिक पर भरोसा करता हूं-रामदरश मिश्र

गीत, कविता, कहानियां, गजल, निबंध हर विधा में रामदरश मिश्र ने अपनी कलम चलाई है। वह नामी साहित्यकार से पहले संवेदनशील, उदार, स्नेहशील, सहज और सहृदयी व्यक्तित्व के स्वामी हैं। सन 2015 का साहित्य अकादमी पुरस्कार उनकी पुस्तक आग की हंसी के लिए देने की घोषणा हुई है। इस मौके पर साहित्य अकादमी, दिल्ली, के सभागार रामदरश मिश्र जी ‘लेखक से मिलिए’ कार्यक्रम में अपने पाठकों, प्रशंसकों से रूबरू हुए।
विवेक मिश्र को आर्य स्मृति सम्मान

विवेक मिश्र को आर्य स्मृति सम्मान

16 दिसंबर की शाम हिंदी भवन, दिल्ली में किताबघर प्रकाशन के संस्थापक पं. जगत राम आर्य के जन्मदिन पर कथाकार विवेक मिश्र को उनके उपन्यास ‘डॉमनिक की वापसी’ के लिए ‘आर्य स्मृति साहित्य सम्मान 2015’ प्रदान किया गया। यह सम्मान हर साल साहित्य की किसी एक विधा को प्रकाशन के संस्थापक श्री जगत राम आर्य की स्मृति में दिया जाता है। इस बार उपन्यास विधा की पांडुलिपियां आमंत्रित की गई थीं। तीन सदस्य के निर्णायक मंडल, असगर वजाहत, प्रताप सहगल तथा अखिलेश ने विवेक मिश्र के उपन्यास ‘डॉमनिक की वापसी’ को इस सम्मान के लिए चुना।
जडेजा की वापसी तय, शमी, ईशांत और विजय भी दौड़ में

जडेजा की वापसी तय, शमी, ईशांत और विजय भी दौड़ में

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल ही में संपन्न टेस्ट शृंखला में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले रविंद्र जडेजा का आस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के दौरे के लिए भारतीय टीम में चयन तय लग रहा है जिसका एलान कल राष्ट्रीय चयनकर्ता यहां करेंगे।
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