पूर्व कोयला राज्य मंत्री दसारी नारायण राव ने मंगलवार को कहा कि कोयला ब्लाकों के आवंटन के बारे में सभी निर्णय तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किए जो उस समय कोयला मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे।
प्रधानमंत्री के पास सारी शक्तियां केंद्रित होने की आलोचनाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी स्वयं सारी बातों को समझकर एवं अनुभव लेकर काम करने वाले प्रधानमंत्री हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को पहले मोदी सरकार पर कड़े प्रहार किए लेकिन शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने उनके आवास भी पहुंचे। एनडीए के राज में लोकतांत्रिक संस्थाओं पर खतरा बताने के कुछ ही घंटों के अंदर मनमोहन सिंह की मोदी से मुलाकात को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि मनमोहन सिंह के इस कदम ने सरकार पर किए उनके तीखे हमलों का असर कम कर दिया है।
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि विदेशी निवेश को आकर्षित करने और कोरपोरेट को करों में भारी छूट देने वाली मोदी सरकार की नीतियां कामयाब नहीं होंगी क्योंकि इससे उत्पादन क्षमता पैदा नहीं होगी और लोगों के पास क्रय शक्ति नहीं है।