अनुपम खेर ज्यादा बोलते हैं इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है कि वह लगभग चुप रहने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भूमिका नहीं निभा सकते। अनुपम अच्छे कलाकार हैं और उनका फिल्म से लेकर मौजूदा सरकार तक बराबर दखल है। शायद यही वजह है कि ऐन आम चुनाव से पहले एक घोर राजनैतिक फिल्म में पूर्व प्रधानंमत्री की भूमिका निभाएंगे।
सीबीआई की विशेष अदालत ने कोयला घोटाला में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बड़ी राहत दी है। अदालत ने कहा है कि मनमोहन सिंह के सामने यह मानने का कोई कारण नहीं था कि तत्कालीन कोयला सचिव एचसी गुप्ता ने कोल ब्लॉक आवंटन के लिए नियमों का पालन नहीं करने वाली कंपनी की सिफारिश की है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आगामी दिनों में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। संसद की सार्वजनिक लोकलेखा समिति ने 2010 में हुए कॉमनवेल्थ खेलों की रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है। रिपोर्ट में सिंह के कायर्काल के दौरान पीएमओ के लचर रवैये की आलोचना की गई थी।
राज्यसभा में गरुवार को जीएसटी से जुड़े चार बिलों को बिना किसी संशोधन के पास कर दिया गया है। इन चार बिलों में सी-जीएसटी, आईजीएसटी, यूटीजीएसटी और जीएसटी मुआवजा बिल शामिल है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कांग्रेस से अपील की थी कि वो राज्यसभा में जीएसटी पर आम सहमति बनाने में मदद करे। इससे पहले लोकसभा में भी इन चारों बिलों को मंजूरी दे दी गई थी।
शिवसेना ने मनमोहन सिंह पर निशाना साधने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखा प्रहार करते हुये सोमवार को कहा कि वह दूसरों के बाथरूम में तांक भांक करना बंद करें, अपने पद की गरिमा बनाये रखें और विपक्षी दलों को उनकी कुंडली दिखाकर धमकी देने के बजाय अपनी सरकार पर ध्यान दें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मनमोहन सिंह पर रेनकोट संबंधी दिया गया बयान अभी चर्चा से हटा भी नहीं है कि पीएम ने राहुल गांधी पर भी निशाना साध दिया। पीएम मोदी ने इस बार राहुल का नाम लिये बगैर कहा कि वह ऐसे राजनेता हैं जिनपर सबसे ज्यादा चुटकुले बनते हैं और जिनसे उनकी पार्टी भी दूरी बनाकर चलना पसंद करती है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बारे में रेनकोट संबंधी पीएम नरेन्द्र मोदी की टिप्पणी पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए कांग्रेस ने गुरुवार को प्रधानमंत्री से इस बयान के लिए माफी मांगने की मांग पर लोकसभा में हंगामा किया और सदन से वाकआउट किया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की ओर से पेश किए गए बजट की आलोचना करते हुए कहा कि इस बजट में कोई स्पष्ट दृष्टि नहीं है और किसानों, युवाओं एवं नौकरियां पैदा करने के बारे में कुछ नहीं है।
आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने संसदीय समिति को बताया कि किस तरह पिछले साल जनवरी से नोटबंदी पर चर्चा शुरू हो चुकी थी। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह कुछ सवालों के मामले में पटेल की मदद के लिए आगे बढ़े।