बिहार में नीतीश कुमार का शपथग्रहण समारोह शुक्रवार को बड़े तामझाम से मनाया जा रहा है। वैसे तो राष्ट्रीय जनता दल के नेता नीतीश कुमार की तीन संतानों को मंत्री पद की शपथ दिलाए जाने की संभावना है लेकिन विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि उनके सबसे छोटे बेटे तेजस्वी यादव उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। तेजस्वी यादव ने महज नौवीं तक पढ़ाई की है जबकि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मौका मिलने पर चार पारियों में सिर्फ तीन रन बनाए हैं।
बिहार में भले ही नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनकर वाहवाही लूट रहे हैं लेकिन राजद प्रमुख लालू यादव ने अपने बेटे तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री बनवाकर दबाव बढ़ा दिया है। 26 साल की उम्र में उपमुख्यमंत्री बने तेजस्वी लालू के छोटे बेटे हैं और शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बाद दूसरे नंबर पर शपथ लेने वालों में शामिल रहे।
बिहार में चुनाव नतीजे आने के बाद भले ही नीतीश कुमार बिहार का मुख्यमंत्री बनने की तैयारी कर रहे हों मगर राज्य के नेताओं और नौकरशाहों को पता है कि सत्ता का केंद्र कहां रहने वाला है। तभी तो छठ पर्व के खरना वाले दिन पटना में लाल और नीली-पीली बत्ती लगी गाड़ियों की सबसे लंबी कतार लालू प्रसाद के निवास के बाहर दिखाई दे रही थी।
नीतीश कुमार शुक्रवार यानी 20 नवंबर को बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर तीसरी बार शपथग्रहण करने जा रहे हैं। इस मौके पर लगभग सभी राज्यों के गैर-भाजपाई या गैर-राजग मुख्यमंत्रियों ने शामिल होने पर अपनी सहमति जताई है। द्रमुक प्रमुख करुणानिधि चूंकि अपनी बीमार पत्नी के कारण समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे इसलिए वह अपने बेटे और पार्टी के कोषाध्यक्ष तथा पूर्व उपमुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन को भेज रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को राज्यपाल कोविंद से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया। इससे पहले मंत्रिमंडल ने विधानसभा भंग करने की सिफारिश को मंजूरी दे दी। अब नए सिरे से मंत्रियों का शपथग्रहण और मंत्रिमंडल का गठन 20 नवंबर को किया जाएगा। ताजा जानकारी के मुताबिक, नीतीश विधायक दल के नेता चुन लिए गए हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद अब भाजपा में विरोध के स्वर लगातार उभर रहे हैं। भाजपा सांसद भोला सिंह ने अपनी ही पार्टी पर मंगलवार को आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा बिहार में केवल हारी नहीं है, बल्कि घुटने तक पानी में डूब गई है।
चुनावों में भारी जीत के बाद नीतीश कुमार की अगुवाई में बनने वाली महागठबंधन की सरकार छठ के बाद शपथ ग्रहण करेगी। हालांकि शपथ ग्रहण की तारीख अभी तय नहीं हुई है लेकिन बताया जा रहा है कि आगामी 20 नवंबर को नीतीश कुमार अपने मंत्रीमंडल के साथ शपथ ले सकते हैं।