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क्या हिंसक भीड़ का कोई धर्म होता है?

क्या हिंसक भीड़ का कोई धर्म होता है?

'आवारा भीड़ के खतरे' नामक शीर्षक के अपने निबंध में हिन्दी साहित्य जगत के मूर्धन्य निबंधकार हरिशंकर परसाई जी लिखते हैं, "दिशाहीन, बेकार, हताश, नकार वादी और विध्वंस वादी युवकों की यह भीड़ खतरनाक होती। इसका उपयोग खतरनाक विचारधारा वाले व्यक्ति या समूह कर सकते हैं। इसी भीड़ का उपयोग नेपोलियन, हिटलर और मुसोलिनी जैसे लोगों ने किया था।"
जीएसटी के विरोध में व्यापारियों का प्रदर्शन, कानपुर में रोकी ट्रेन

जीएसटी के विरोध में व्यापारियों का प्रदर्शन, कानपुर में रोकी ट्रेन

शुक्रवार की मध्य रात्रि से जीएसटी पूरे देश भर में लागू हो जाएगा। लेकिन जीएसटी पर कई व्यापारियों के संगठनों को ऐतराज है, जिसे लेकर वे विरोध जता रहे हैं।
पीएम मोदी की चेतावनी के बावजूद बीफ के शक में युवक को पीट-पीट कर मार डाला

पीएम मोदी की चेतावनी के बावजूद बीफ के शक में युवक को पीट-पीट कर मार डाला

पीएम मोदी जिस समय अहमदाबा में गोरक्षा के नाम पर हत्या को अस्वीकार्य बता रहे थे, करीब उसी वक्त झारखंड में हिंसक भीड़ ने कथित रूप से प्रतिबंधित मांस ले जाने के नाम पर एक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डाला।
नॉट इन माइ नेम: ‘यह प्रदर्शन सिर्फ जुनैद के लिए नहीं है’

नॉट इन माइ नेम: ‘यह प्रदर्शन सिर्फ जुनैद के लिए नहीं है’

मॉब लिचिंग के खिलाफ देशभर में बुधवार को प्रदर्शन हुआ। सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार, सहित फिल्मी जगत के लोगों ने अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों का पुरजोर विरोध किया। साथ ही मॉब लिचिंग के खिलाफ कानून बनाने की मांग रखी।
नॉट इन माई नेम: मॉब लिचिंग के खिलाफ देश-विदेश में प्रदर्शन, हिंसा के विरोध में जुटेंगे लोग

नॉट इन माई नेम: मॉब लिचिंग के खिलाफ देश-विदेश में प्रदर्शन, हिंसा के विरोध में जुटेंगे लोग

देश भर में अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा के विरोध में देश-विदेश में कई जगहों पर लोग 28 जून को प्रदर्शन करेंगे।
अल्पसंख्यक समुदाय पर हमलों के विरोध में शबनम हाशमी ने लौटाया अवार्ड

अल्पसंख्यक समुदाय पर हमलों के विरोध में शबनम हाशमी ने लौटाया अवार्ड

देश में हिंसक भीड़ द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को पीट-पीट कर मार डालने की बढ़ती घटनाओं के विरोध में सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक अधिकार अवार्ड लौटा दिया है।
भीड़तंत्र: पहले कोई बचाने नहीं आया, अब कोई गवाह नहीं

भीड़तंत्र: पहले कोई बचाने नहीं आया, अब कोई गवाह नहीं

देश में उन्मादी भीड़ ने हिंसा की कई काली रेखाएं खींच दी है। पहले उन्मादी भीड़ ने एक युवक को मौत के हवाले कर दिया। उस दौरान किसी के हाथ मदद के लिए आगे नहीं बढ़े। अब विडबंना है कि कोई गवाह भी सामने नहीं आ रहा है।
भूमि अधिग्रहण को लेकर महाराष्ट्र में  हिंसक हुआ किसानों का प्रदर्शन, पुलिस की गाड़ियां फूंकी

भूमि अधिग्रहण को लेकर महाराष्ट्र में हिंसक हुआ किसानों का प्रदर्शन, पुलिस की गाड़ियां फूंकी

महाराष्ट्र के ठाणे जिले में राजमार्ग पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ पुलिस का जमकर संघर्ष हुआ। इस दौरान कई लोगों के घायल होने की खबर है।
किसानों ने 'योग' को बनाया 'विरोध का हथियार', कई जगह रास्ते रोके

किसानों ने 'योग' को बनाया 'विरोध का हथियार', कई जगह रास्ते रोके

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर किसानों ने योग कर अपना विरोध दर्ज कराया। मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहा में कुछ किसानों ने योगासन के जरिए अपना विरोध प्रदर्शन किया। वहीं बाराबंकी में फैजाबाद हाई-वे के अलावा देश के अन्य इलाकों में भी किसान शवासन कर अपनी नाराजगी जताते नजर आए।
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