मद्रास उच्च न्यायालय ने खुद को तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता का गोपनीय बेटा बताने वाले को फटकार लगाते हुए उसके द्वारा जमा कराये गये दस्तावेजों की प्रमाणिकता पर सवाल उठाये।
बेटे द्वारा अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने से मना करने पर एक बुजुर्ग महिला ने अपने पति के शव को बालाघाट में कटंगी रोड़ स्थित मोक्षधाम में मुखाग्नि देकर हिन्दू रीति रिवाज और परम्परा अनुसार अंतिम संस्कार किया।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा कि किसी बेटे को अपने माता पिता के खुद की अर्जित किये गये घर में रहने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है और वह केवल उनकी दया पर ही वहां रह सकता है, फिर चाहे बेटा विवाहित हो या अविवाहित।
आरएसएस से जुड़े संगठन शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास की मंशा है कि स्कूलों में उच्च शिक्षा तक मातृ भाषा में ही बच्चों को सभी निर्देश दिए जाएं। न्यास ने नई शिक्षा नीति की सिफारिश में इस तरह की इच्छा व्यक्त की है। सिफारिश मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेजी गई है। संगठन चाहता है कि जल्द लागू होने वाली नई शिक्षा नीति में उसकी सिफारिशों पर गौर करते हुए अंग्रेजी की जगह मातृ भाषा को बढ़ावा जाए।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने 60 साल के एक शख्स को दोषी ठहराये जाने और छह महीने की कैद की सजा के फैसले पर मुहर लगाते हुए कहा कि किसी मां से यह अपेक्षा नहीं की जा सकती कि वह छेड़छाड़ के मामले में किसी को फंसाने के लिए अपनी संतान का सम्मान ताक पर रख देगी।
कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव स्तर के अधिकारी बीके बंसल ने मंगलवार सुबह साढ़े नौ बजे बेटे के साथ खुदकुशी कर ली है। मधु विहार के नीलकंठ अपार्टमेंट में उन्होंने बेटे के साथ फांसी लगा ली। उनका और उनके बेटे का शव घर से मिला।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांधीनगर में अपनी मां हीरा बा से मुलाकात की और अपने 66वें जन्मदिन पर उनका आशीर्वाद लिया। उधर, नई दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और अन्य गणमान्य लोगों ने उन्हें जन्मदिन की बधाई का संदेश भेजा। प्रधान न्यायाधीश टी एस ठाकुर ने गांधीनगर में राजभवन में मोदी से व्यक्तिगत मुलाकात करके उन्हें बधाई दी।
पोप फ्रांसिस ने मदर टेरेसा को संत घोषित करते हुए उन्हें ममता की मूरत और दीन दुखियों का प्रबल हिमायती बताया। पोप ने कहा कि भले ही हमें उन्हें संत टेरेसा कहने में कुछ मुश्किल रही हो, लेकिन उनकी पवित्रता हमारे इतने करीब, इतनी करूणामय और सार्थक है कि हम स्वभाविक रूप से उन्हें मदर कहना जारी रखेंगे।