देश में मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले के करीब 15 दिनों के बाद अब अंतरराष्ट्रीय आर्थिक एजेंसियां सुर बदलते हुए विकास दर घटने का अनुमान लगाने लगी है। हालांकि मोदी सरकार इस बात पर अब भी रजामंद नहीं हो रही है कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को किसी तरह का नुकसान होगा। लेकिन इससे उलट अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां मोदी सरकार के इस सकारात्मक पक्ष को नहीं मान रही हैंं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को भाजपा के सभी सांसदों, विधायकों से कहा कि वे 8 नवंबर से 31 दिसंबर के बीच अपने बैंक खातों के लेनदेन का ब्यौरा 1 जनवरी 2017 तक भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सौंप दें।प्रधानमंत्री ने 8 नवंबर को बड़े नोटों को अमान्य करने के फैसले की घोषणा की थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने भी नोटबंदी की प्रक्रिया को सही नहीं माना है। उन्होंने सोमवार को कहा कि अगर वह वित्त मंत्री होते और प्रधानमंत्राी नोटबंदी पर जोर देते तो वह इस्तीफा दे देते।
मुगलों के दौर से ताले अलीगढ़ की पहचान बने हुए हैं लेकिन यहां का ताला उद्योग अब संकट में है जिसका खामियाजा इसमें काम करने वाले करीब एक लाख लोग उठा रहे हैं। नोटबंदी ने इस संकट को और गहरा दिया है। या यूं कहें कि इसका दम निकाल दिया है।
नोटबंदी के कारण आम जनता और गरीब लोगों को भारी परेशानी होनेे का आरोप लगाते हुए कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, भाकपा समेत कुछ विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर लोकसभा में कार्यस्थगन करके मतविभाजन के प्रावधान के तहत चर्चा कराने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से चर्चा में मौजूद रहकर चर्चा का जवाब देने की मांग की। सरकार की ओर से कहा गया कि प्रधानमंत्री चर्चा में हस्तक्षेप को तैयार हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के कदम से देश मेंं सबसे ज्यादा लगता है पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खफा हैं। उन्होंने नोटबंदी पर सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि वह पीएम मोदी को भारतीय राजनीति से हटाकर रहेंगी।
समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने सोमवार को मुलायम सिंह यादव से उनके दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि विमुद्रीकरण के खिलाफ हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की प्रतिक्रया से मैं खुुश नहीं था। इसी संबंध में मैं सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव से मिला।
नोटबंदी का सबसे बड़ा असर अब दिहाड़ी मजदूरों पर देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में नोटबंदी की वजह से कई मजदूर नसबंदी कराने को मजबूर हैं। यहां अब तक 38 मजदूर नसबंदी करा चुके है।
हैदराबाद में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, जो नकली नोट छापने का काम करते थे। इन लोगों के पास से हाल ही में जारी हुए 2000 रुपए के 105 नकली नोट पकड़े हैं। इस गिरोह के पास से पुलिस ने कुल 2,22,310 रुपए के नकली नोट पकड़े हैं, जिसमें 2,10,000 रुपए के नोट सिर्फ 2000 रुपए के हैं। बचे हुए नोट 100 रुपए, 50 रुपए, 20 रुपए और 10 रुपए के हैं।