एक ओर जहां महागठबंधन तोड़ नीतीश कुमार ने बिहार में भाजपा के साथ हाथ मिलाकर नई सरकार बना ली है, तो वहीं जद (यू) के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने बगावती तेवर अख्तियार कर लिया है।
जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव की ओर से आयोजित ‘साझा विरासत बचाओ सम्मेलन’ में विपक्षी दलों ने एकजुट होकर अपनी ताकत का अहसास कराया। सम्मेलन में जुटे विपक्षी नेताओं ने गुजरात विधानसभा तथा देश के अगले आम चुनाव के लिए विघटनकारी ताकतों को रोकने के लिए ठोस रणनीति बनाने पर जोर दिया। सम्मेलन में विपक्षी दलों के नेता जिस तरह से जुटे उसे सियासी हलकों में अहम माना जा रहा है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "अगर कोई शिक्षक, संस्थान का प्रमुख है तो उसे इस बात का ध्यान रखना होगा कि ना तो वो और ना ही दूसरे शिक्षक कक्षा में मोबाइल फोन लेकर जाएं।’
बेंगलुरु के ईगलटन रिजॉर्ट पर बुधवार को आईटी के छापेमारी को कांग्रेस ने बदले की भावना से की गई कार्रवाई कहा है। यह वही जगह है जहां गुजरात कांग्रेस के 44 विधायक ठहरे हुए हैं।
हाल ही में राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने ताजमहल का निरीक्षण करने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार को इसके (ताजमहल) के आसपास अवैध तरीके से बने रेस्टोरेंट को गिराने का निर्देश दिया है।