मुंबई इंडियन्स के बल्लेबाज कीरोन पोलार्ड ने कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ आईपीएल मैच के दौरान उनकी बल्लेबाजी को लेकर संजय मांजरेकर की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया करते हुए कहा है कि इस पूर्व भारतीय खिलाड़ी की बकवास करना आदत बन गयी है।
फैजाबाद की गायिका और नर्तकी ताराबानो फैजाबादी की कहानी से प्रेरित अनारकली ऑफ आरा ने एक बार फिर साबित किया है कि महिला यदि मन से मजबूत हो तो उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। स्वरा भास्कर ने इस फिल्म से अपने अभिनय के झंडे बुलंद किए हैं।
दो फिल्मों के टकराने में इस बार शाहरूख खान और ऋतिक रोशन भिड़ गए हैं। दोनों ही अलग-अलग जॉनर की फिल्में हैं और दोनों की कलाकारों की अपनी फैन फॉलोइंग है। यह अलग बात है कि शाहरूख उसमें रितिक से बीस ही बैठेंगे।
अगर सब कुछ ठीक रहा तो शाहरूख खान जल्द ही शायर और गीतकार साहिर लुधियानवी के किरदार में रूपहले पर्दे पर नजर आ सकते हैं। इस प्रोजेक्ट के सिलसिले में किंग खान जल्द ही निर्देशक संजय लीला भंसाली से मुलाकात करेंगे।
गुजरात के अहमदाबाद में भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के सहयोग से लगी आयुर्वेद और प्राकृतिक उत्पाद प्रदर्शनी में राजनैतिक स्वास्थ्य की भी झलक देखने को मिल रही है। ऐन प्रवेश द्वार पर लगे पोस्टर में भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) का चेहरा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ लगा हुआ है। इससे संकेत मिल रहे हैं कि शायद दोनों के बीच की बर्फ पिघल रही है।
भारत में पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध के मुद्दे पर जारी बहस के बीच रिलायंस इंड्रस्टी के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने कहा कि पहले देश की बात होनी चाहिए न कि कला और संस्कृति की। अंबानी ने कहा, ‘‘मैं निश्चित रूप से एक बात को लेकर स्पष्ट हूं कि मेरे लिए देश पहले है। मैं एक बौद्धिक व्यक्ति नहीं हूं, एेसे में, मैं इन चीजों को नहीं समझता हूं लेकिन निसंदेह सभी भारतीयों की तरह मेरे लिए भारत सबसे पहले है।’’
आज राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का 91वां स्थापना दिवस खास है। पहली बार संघ प्रमुख के साथ स्वयंसेवक नए गणवेश में दिखे और हाल ही में हुई सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर एक अलग तरह का उत्साह था। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने अपने सालाना संबोधन में संघ के बड़े नेता दीनदयाल उपाध्याय से लेकर स्वामी विवेकानंद तक और कश्मीर से लेकर पाकिस्तान तक की बात की।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रह चुके संजय बारू का मानना है कि कई बड़ी उपलब्धियों के बावजूद पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव को उनकी ही पार्टी ने नीचा दिखाया है।