सिंधु नदी जल संधि के बाद अब भारत पाकिस्तान को दिये गये व्यापार के लिहाज से तरजीही राष्ट्र (एमएफएन) के दर्जे की समीक्षा करेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरवार को यह समीक्षा बैठक बुलाई है। पाकिस्तान के एमएफएन दर्जे की समीक्षा करने का निर्णय जम्मू-कश्मीर में उड़ी सैन्य ठिकाने पर हुये आतंकवादी हमले के बाद उठाये जा रहे कदमों के संदर्भ में लिया गया है।
केंद्र द्वारा पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते की समीक्षा करने का संकेत दिये जाने के बाद जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने आज कहा कि केंद्र सरकार 1960 की इस संधि पर जो भी फैसला करेगी, राज्य उसका पूरा समर्थन करेगा।
चार अफ्रीकी देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को मोजांबिक पहुंचे। उन्होंने वहां राष्ट्रपति फिलिप न्यूसी से द्विपक्षीय मामलों पर चर्चा की। दोनों राष्ट्राध्यक्षों की मौजूदगी में कई अहम समझौतों पर दस्तखत किए गए। भारत के नजरिए से दालों के आयात को लेकर हुआ समझौता सबसे अहम बताया जा रहा है। मोदी सरकार इसके जरिए देश में दलहन की बढ़ती कीमतों पर लगाम कसने की कोशिश में है। मोजांबिक की राजधानी मैपुटो में बातचीत के बाद जारी संयुक्त बयान में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति न्यूसी और मेरे बीच रक्षा एवं सुरक्षा के मसलों पर आपसी सहयोग को मजबूत करने पर सहमति बनी है। उन्होंने मिले सम्मान के लिए प्रेजिडेंट न्यूसी, सरकार और मोजांबिक के लोगों को धन्यवाद दिया।
भारत सहित परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर दस्तखत नहीं करने वाले देशों की सदस्यता पर चर्चा के लिए परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की एक बार फिर बैठक हो सकती है। इस बीच, भारत ने रविवार को चीन को स्पष्ट कर दिया कि द्विपक्षीय संबंधों में आगे बढ़ने के लिए भारत के हितों का ख्याल रखना जरूरी है।
दो दिवसीय दौरे के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह बांग्लादेश की राजधानी ढाका पहुंचे। एयरपोर्ट पर उन्हें लेने के लिए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना खुद पहुंचीं। एयरपोर्ट पर ही प्रधानमंत्री मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। प्रधानमंत्री की इस यात्रा के दौरान तीस्ता जल बंटवारे को छो़ड़कर अन्य कई महत्वपूर्ण समझौतों को हरी झंडी मिलने की उम्मीद है।
हरियाणा में जमीनों की खरीद-फरोख्त को लेकर अगर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा विवादों में हैं तो हिमाचल में जमीन खरीदकर घर बनाने को लेकर सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी विवादों में रहती हैं। स्थानीय स्तर पर भारतीय जनता पार्टी अक्सर यह मुद्दा उठाती रहती है। गौरतलब है कि शिमला के पास छराबड़ा में प्रियंका गांधी का दो मंजिला घर बन रहा है। जिसका काम तेजी से चल रहा है।
घर की खूबसूरती के संदर्भ में कहा जाता है कि गांधी परिवार को सादगी और सुंदरता बहुत पसंद है। खासकर बन रहे घर में इस परिवार को जरा सी भी कमीपेशी पसंद नहीं। शायद यही वजह है कि शिमला के करीब छराबड़ा में प्रियंका गांधी वाड्रा का वर्षों से बन रहा आशियाना अभी तक पूरा नहीं हो पाया। उसे कई दफा गिराकर दोबारा बनाया गया है। सत्ता में रहते व्यस्तताओं के चलते कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी बेटी के निर्माणाधीन घर की ओर ध्यान नहीं दे पाईं। लेकिन अब उम्मीद है कि यह घर इस वर्ष बनकर तैयार हो जाएगा। कांग्रेस विपक्ष में है, इसलिए सोनिया गांधी अपनी बेटी प्रियंका वाड्रा का बन रहा यह मकान देखने और इसका जायजा लेने का समय निकाल पाई हैं। वह कुछ दिनों के लिए निजी दौरे पर शिमला होकर आई हैं। प्रियंका के निर्माणाधीन आशियाने का जायजा लेने के बाद दो मंजिला इस मकान में आंशिक बदलाव के निर्देश दिए गए हैं। उनके साथ दिल्ली से एक अर्किटेक्ट भी आया था। सूत्रों के अनुसार प्रियंका इसी साल अपने आशियाने को तैयार करना चाहती हैं।
शिमला की खूबसूरती से तो आप सभी परिचित हैं। लेकिन यदि जन्नत के नजारों के और करीब जाना चाहें तो कुप्पड़ आपका अगला पड़ाव हो सकता है। कुप्पड़ की खूबसूरती किसी भी पर्यटक का मन मोह लेने के लिए काफी है। साथ ही यहां जाकर आप एक नई जगह के बारे में जानेंगे।
कर विशेषज्ञों ने कहा है कि वित्त मंत्री अरूण जेटली की विदेशी कंपनियों की कुछ आय पर मैट में छूट की घोषणा से विदेशी कंपनियों को राहत जरूर मिली है लेकिन सरकार को पिछले बकाये के लिए कर संधि लाभों के बारे में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।